बिजली कंपनियों ने बिजली महंगी करने के पीछे करीब 1500 करोड़ रुपए के घाटे को वजह बताया है. लाइन लॉस और बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है, जिसके चलते बिजली महंगी होती जा रही है.
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भोपालः मध्य प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की जेब पर फिर से बोझ बढ़ने वाला है. दरअसल बिजली कंपनियों ने घरेलू बिजली के दामों में इजाफे की सिफारिश की है. बिजली कंपनियों ने मध्य प्रदेश विद्युत विनियामक आयोग को बिजली दरों में 3 फीसदी की बढ़ोतरी करने की याचिका दायर की है. अगर आयोग मंजूरी दे देता है तो बिजली के बिल में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. बता दें कि अगर बिजली के दाम बढ़ते हैं तो यह बीते 6 माह में दूसरी बार बिजली महंगी होगी.
मध्य प्रदेश में अभी घरेलू, गैर घरेलू, रेलवे सहित 9 प्रकार के टैरिफ का निर्धारण किया जाता है. बिजली कंपनियों ने अपने नए प्रस्ताव में मेट्रोल ट्रेन के लिए नया टैरिफ निर्धारित करने की भी मांग की है. बता दें कि मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में मेट्रो ट्रेन का काम चल रहा है. ऐसे में बिजली कंपनियों ने अभी से ही मेट्रो ट्रेन के लिए बिजली के टैरिफ निर्धारित करने का प्रस्ताव मध्य प्रदेश विद्युत विनियामक आयोग को भेज दिया है. आयोग सुनवाई के बाद नई दरों को लागू करने की मंजूरी दे सकता है.
बिजली कंपनियों ने बिजली महंगी करने के पीछे करीब 1500 करोड़ रुपए के घाटे को वजह बताया है. लाइन लॉस और बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है, जिसके चलते बिजली महंगी होती जा रही है. इससे पहले भी बिजली कंपनियों ने करीब 4 हजार करोड़ रुपए के घाटे की बात कहकर बिजली टैरिफ के दाम बढ़ाए थे.
इससे पहले इसी साल अप्रैल माह में बिजली कंपनियों ने बिजली बिल में करीब 2.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी. तीन बिजली वितरण कंपनियों ने बिजली बिल में 8 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था. हालांकि विद्युत विनियामक आयोग ने 2.64 फीसदी बढ़ोतरी को ही मंजूरी दी थी. उल्लेखनीय है कि एमपी में करीब 1.66 करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं.