सर्व आदिवासी समाज सम्मेलन में संसदीय सचिव एवं बैकुंठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव, सोनहत विधायक गुलाब कमरो, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल विशेष रूप से मौजूद रहे.
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रायपुरः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुंठपुर में सर्व आदिवासी समाज के सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने कहा कि राज्य में जल्द ही पेसा एक्ट लागू कर दिया जाएगा. पेसा एक्ट का ड्राफ्ट तैयार है और जल्द ही इसे कैबिनेट से मंजूरी मिल जाएगी. सीएम ने बताया कि बैकुंठपुर में ट्रांजिस्ट हॉस्टल बनाया जाएगा.
सीएम ने कार्यक्रम के दौरान सर्व आदिवासी समाज के भवन के निर्माण के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी समाज को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री ने लोगों की मांग पर एक आगर एक कोरी यानि कि 21 मांगों को स्वीकृत करने की घोषणा की. कार्यक्रम के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. लोगों ने भूपेश कका जय जोहार, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया जैसे उदघोष से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अभिवादन किया.
सर्व आदिवासी समाज सम्मेलन में संसदीय सचिव एवं बैकुंठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव, सोनहत विधायक गुलाब कमरो, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल विशेष रूप से मौजूद रहे. सम्मेलन के दौरान सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष श्री शरण सिंह ने कोया फूल की माला, चंदन पगड़ी और गमछा बांधकर सीएम को सम्मानित किया. कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि विभिन्न आदिवासी समाज की संस्कृति और रीति रिवाज में समानता है. यही छत्तीसगढ़ की पहचान है.
सीएम ने कहा कि आदिवासी समाज की आवश्यकता बहुत कम है और यह बहुत कम में गुजारा कर लेते हैं. हमारा प्रयास है कि आदिवासी समाज को आर्थिक रूप से सशक्त किया जाए. हमारी सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते खेती का रकबा बढ़ा है. राज्य में वन अधिकार पट्टा वितरण का काम तेजी से किया जा रहा है.
सीएम बघेल ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की कर्ज माफी, सिंचाई कर की माफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, लघु वनोपजों की खरीदी एवं वैल्यू एडिशन का उल्लेख करते हुए सभी वर्ग के लोगों की आर्थिक संपन्नता के लिए काम कर रही है. हमारी सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है. मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ का अभियान चलाया जा रहा. हाट बाज़ार क्लिनिक के जरिए लाखों लोगों को मुफ्त इलाज और मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता शिक्षा है. बस्तर अंचल में सालों से बंद पड़े 260 स्कूलल फिर से शुरू किए गए हैं. स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं ताकि बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें. हम शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के साथ ही आदिवासी संस्कृति, बोली-भाषा को सहेजने का काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कंवर पैंकरा समाज भवन के लिए 10 लाख रुपए और विभिन्न आदिवासी समाज के लिए सामाजिक भवन के निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपए की घोषणा की.