Bhind News: भिंड की रहने वाली एक महिला दो महीने पहले गायब हो गई थी. बाद में एक अधजला शव मिलने पर उसे महिला का समझ परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन 2 महीने बाद वो नोएडा में जिंदा मिली. इसका खुलासा तब हुआ, जब उसने खाते से लाडली बहना योजना के 2 हज़ार रुपये निकाले गए.
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Bhind Latest News: मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले में एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया, जहां गुमशुदा हुई एक महिला के शव मिलने के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया, तो वहीं पुलिस इस हत्या की जांच में जुटी थी, लेकिन क़रीब दो महीने बाद यह महिला भिंड पुलिस को उत्तर प्रदेश के नोएडा में नौकरी करती मिली. दिमाग़ को उलझा देने वाला यह केस अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है.
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दो मई को गायब हुई, परिजनों ने अधजले शव की की पहचान
मिली जानकारी के अनुसार, मेंहगांव के पोरसा रोड पर अपने ससुराल में रह रही एक महिला अचानक दो मई को गायब हो गई थी. इस घटना के बाद ससुराल वालों ने मेंहगांव पुलिस थाने में पहुंचकर उसकी गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कुछ दिनों बाद मौ थाना क्षेत्र के कतरौल दंदरौआ रोड पर ग्राम मढ़रौली के पास एक महिला का अधजला हुआ शव मिला. जब शव की शिनाख्त कराई गई, तो महिला के मायके पक्ष के लोगों ने उसकी पहचान करते हुए ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया.
शव की शिनाख्त के बाद किया अंतिम संस्कार
महिला के मरने की बात सामने आने के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर कन्या भोज कराया. वहीं, पुलिस ने संदेह के चलते यह मामला जांच में लिया और अज्ञात आरोपियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर विवेचना आगे बढ़ाई, लेकिन इस विवेचना में पुलिस को झटका तब लगा जब लगभग 50 दिन बाद अचानक महिला का पति सुनील पुलिस के पास पहुंचा और उसने पुलिस से अपनी पत्नी के केस को लेकर बातचीत की.
खाते से रुपये निकालने पर हुआ संदेह
महिला के पति सुनील के मुताबिक़, 17 जून 2024 को उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया. जिससे पता चला कि उसकी पत्नी के जनधन खाते से लाडली बहना योजना के 2 हज़ार रुपये निकाले गए हैं. जब इस बात की जानकारी अपने बैंक पहुंच कर ली, तो पता चला कि उत्तर प्रदेश के मथुरा के एक कियोस्क सेंटर से फिंगरप्रिंट स्कैन के ज़रिए यह ट्रांजेक्शन किया गया है.
सीसीटीवी में ज़िंदा दिखी महिला
असल में महिला के बैंक खाते में उसके पति सुनील का मोबाइल नंबर जुड़ा हुआ था. ऐसे में लाडली बहना योजना के पैसे महिला के खाते में आते थे और बैंक से होने वाले ट्रांजेक्शन के मैसेज सुनील के मोबाइल पर ही आते थे. जब यह बात उसने पुलिस को बताई, तो पुलिस ने मथुरा पहुंच कर कियोस्क सेंटर के CCTV खंगाले, तो पता चला कि खाते से रुपये निकालने वाली महिला कोई और नहीं बल्कि ख़ुद मृत बताई जा रही महिला ही थी. यह बात सामने आते ही पुलिस का भी सिर चकरा गया.
फ़ोन पैकिंग कंपनी में कर रही थी नौकरी
सीसीटीवी के आधार पर इस बात की पुष्टि हो गई कि महिला जिंदा है. फिर मौ और मेंहगांव पुलिस ने संयुक्त रूप से उसकी ट्रेसिंग शुरू की और लोकेशन का पता लगाया. इसके बाद उसके पीछे पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के नोएडा पहुंची, जहां उसे एक मोबाइल पैकिंग कंपनी में पकड़ लिया. पता चला कि पिछले कई दिनों से वह इसी कंपनी में नौकरी कर रही थी.
शादी से खुश नहीं थी महिला, इसलिए भाग गई
पुलिस उसे अपने साथ भिंड वापस ले आई और जब उससे पूछताछ की, तो पता चला कि वह शादी नहीं करना चाहती थी. उसे अकेले रहना था, लेकिन घरवालों ने जबरन उसकी शादी करा दी थी. उसके दो बच्चे भी हुए, लेकिन हमेशा अपने पति के साथ झगड़ा होता रहता था. इस सबसे तंग आकर वह घर छोड़कर चली गई थी.
महिला जिंदा तो अंतिम संस्कार वाला शव किसका?
अब इस मामले में सवाल पुलिस के लिए खड़ा हो गया है क्योंकि जिस महिला के जले शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया वह तो ज़िंदा है. ऐसे में जिस महिला का शव मढ़रौली गांव के पास मिला था और उसे किसी और महिला का समझकर जला दिया गया, वह कौन थी? अब यह केस पुलिस के लिए एक नई मुसीबत बन गया है.
रिपोर्ट: प्रदीप शर्मा (भिंड)