जबलपुर में 5 दिनों में हुई 6 बंदरों की मौत! नहीं हो पा रहा पोस्टमार्टम,सामने आई ये वजह
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जबलपुर में 5 दिनों में हुई 6 बंदरों की मौत! नहीं हो पा रहा पोस्टमार्टम,सामने आई ये वजह

Jabalpur Monkeys: स्कूल ऑफ वर्ल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ की निदेशक शोभा जवारे ने आरोप लगाया कि जबलपुर में लगातार बंदरों की मौत हो रही है.

Jabalpur Monkeys

अजय दुबे/जबलपुर: जिले में ग्वारीघाट नर्मदा के तट पर बंदरों की लगातार मौत हो रही है. पशु चिकित्सालय में इलाज के दौरान एक बंदर की मौत हो गई.वहीं लोगों का आरोप है कि 5 दिन में 6 बंदरों की मौत हुई है. लोगों का यह भी आरोप है कि बंदर जहर से मर रहे हैं.साथ ही वन विभाग ने बंदर का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया है. मामले को लेकर स्कूल ऑफ वर्ल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ की निदेशक शोभा जावरे ने वन विभाग पर आरोप लगाया है कि वन विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए अनुमति पत्र नहीं दिया और वन विभाग की अनुमति के बिना पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता.

बंदर की मौत के मामले में रेंजर ने कही ये बात
बंदरों की मौत मामले को लेकर वन विभाग के रेंजर अपूर्व श्रीवास्तव ने कहा कि तीन बंदरों की मौत हुई है. जिसमें से एक बंदर कि कल इलाज के दौरान मौत हुई है.उन्होंने कहा कि उस बंदर की मौत करंट लगने से हुआ है और अभी पीएम रिपोर्ट नहीं आई है.

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हालांकि स्कूल ऑफ वर्ल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ की डायरेक्टर शोभा जावरे ने कहा कि बंदर की मौत डिहाइड्रेशन के चलते हुई है. बंदर बेहद गंभीर अवस्था में वेटरनरी लाया गया था.जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.उन्होंने कहा कि बंदर का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है क्योंकि वन विभाग ने उन्हें पीएम करने के लिए अनुमति लेटर प्रदान नहीं किया था.

बयानों के अंतर से खड़े होते है कई सवाल 
बता दें कि वन विभाग और स्कूल ऑफ वर्ल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ की डायरेक्टर शोभा जावरे के बयान से कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर वेटरनरी द्वारा पीएम क्यों नहीं कराया गया. इसके बाद वन विभाग को आखिर पीएम रिपोर्ट में करंट से मौत की जानकारी कैसे मिली. डॉक्टर द्वारा बताया गया कि डिहाइड्रेशन से मौत हुई है.जबकि वन विभाग के रेंजर का कहना है कि करंट लगने से बंदर की मौत हुई है.दोनों के बयानों के अंतर से वन विभाग पर कई सवाल खड़े होते है.

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