Loksabha Chunav 2024: सीहोर में हुई संघ और BJP का समन्वय, जानिए पक्ष-विपक्ष और बैठक के राज
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Loksabha Chunav 2024: सीहोर में हुई संघ और BJP का समन्वय, जानिए पक्ष-विपक्ष और बैठक के राज

MP Lok Sabha Elections 2024:  मध्य प्रदेश में भाजपा और संघ ने 2024 के चुनावों के लिए कमर कस ली है. आज सीहोर में एक बैठक का आयोदन हुआ जिसे लेकर सियासी पारा चढ़ हुआ है.

Loksabha Chunav 2024: सीहोर में हुई संघ और BJP का समन्वय, जानिए पक्ष-विपक्ष और बैठक के राज

MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनवा 2023 पूरे हो गए हैं. इसमें भारी बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाई और फटाफट काम में लग गई. अब पार्टी 2024 के टारगेट पर काम कर रही है. भाजपा का पूरा प्लान है कि वो इस बार 29 की 29 सीटें जीते. इसे के लिए आज भाजपा और संघ की समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. इसे लेकर अब सियासी बाजार भी गर्म है.

सीहोर में समन्वय बैठक
सीहोर में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल के लिए संघ और  भाजपा की समन्वय बैठक का आयोजन हुआ. बताया जा रहा है इसमें आगामी लोकसभा चुनाव चुनाव को लेकर सीटवार जिम्मेदारी को लेकर बात हुए. इसमें राम मंदिर के मुद्दे को लेकर भी चर्चा की गई. बैठक में संघ के पदाधिकारियों के साथ भाजपा के कुछ चुनिंदा नेताओ को बुलाया गया गया था.

कांग्रेस ने साधा निशाना
बीजेपी की बैठक पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि जिसकी रणनीति EVM माता वो ऐसी बैठकें कर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. बैठक सत्ता और संगठन की नहीं RSS के साथ है. बीजेपी को अपना नाम बदलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रख लेना चाहिए.

कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि RSS के इशारे पर सब कुछ हो रहा है. बीजेपी के चरित्र में विरोधाभास है. बीजेपी को रणनीति की जरूरत नहीं है जिसकी रणनीति EVM माता है. वह इस तरह की बैठक कर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं.

बैठक पर भाजपा क्या बोली
भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी इस मामले में बयान आया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी बैठक है. आगामी चुनाव की दृष्टि से हारी हुई बूथ को जीतना और जीतने वाले बूथ पर 10% वोट शेयर बढाना पर हमारा लक्ष्य है. हर बूथ पर मोदी, हर बूथ पर जीतना हमारा उद्देश्य है.

कांग्रेस राम विरोधी है
राम मंदिर को लेकर कांग्रेस के न्योता अस्वीकार करने पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा तुस्टीकरण की राजनीति कांग्रेस की गारंटी. 22 जनवरी को रामलाल अयोध्या में विराजमान होंगे. लाखों लोगों के बलिदान के बाद रामलाल भव्य राममंदिर में विराजमान होंगे. कांग्रेस निराश क्यों है ये कांग्रेस ने अपने सनातन और राम विरोधी चरित्र को देश के अंदर उजागर किया है.

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