Sawan 2024: सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है. कल यानी 12 अगस्त को सावन का चौथा सोमवार है. इस दिन शिव की पूजा की सही विधि का पालन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. इसलिए यहां हम आपको सावन के चौथे सोमवार की पूजा विधि के बारे में बता रहे हैं.
हिंदू धर्म में श्रावण मास को बहुत पवित्र माना जाता है. श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है. आइए पंडित सच्चिदानंद त्रिपाठी से जानते हैं कि सावन के चौथे सोमवार को भगवान शिव की पूजा कैसे करें ताकि वे प्रसन्न हों.
सावन के चौथे सोमवार का व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा. यह व्रत शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखा जाएगा. पंचांग के अनुसार इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:23 बजे से 05:06 बजे तक रहेगा. वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:52 बजे तक रहेगा.
सावन के चौथे सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें.
इसके बाद भगवान शिव को सफेद चंदन का तिलक लगाएं. अब फूल, फल और मिठाई चढ़ाएं और धूपबत्ती जलाएं. फिर शिव मंत्रों का जाप करें.
अब भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर चढ़ाएं। ये भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं. साथ ही उनके सामने घी का दीपक भी जलाएं.
अंत में सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और भगवान शिव की आरती करें. मान्यता है कि सच्चे मन और पूरे विधि-विधान से भगवान की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
पूजा के दौरान आप ॐ नमः शिवाय॥ ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ ॐ नमो भगवते रूद्राय। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ मंत्र का जाप कर सकते हैं. इससे भोलेनाथ खुश होंगे.
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