Advertisement
trendingPhotos/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2479973
photoDetails1mpcg

सरगुजा को मिलेगी उड़ान; PM मोदी कल वर्चुअली करेंगे शुभारंभ

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. बता दें कि सरगुजा जिले में स्थित महामाया एयरपोर्ट दरिमा अब नई उड़ान भरने के लिए तैयार है,  इसका वर्चुअल उद्घाटन कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.  इस एयरपोर्ट की शुरूआत होने के बाद जहां हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को सुलभता मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा. इससे न केवल सरगुजा बल्कि आस- पास के जिलों के भी लोगों का जुड़ाव होगा. 

1/7

सरगुजा जिले में स्थित महामाया एयरपोर्ट दरिमा अब नई उड़ान भरने के लिए तैयार है, इससे स्थानीय लोगों को हवाई यात्रा करने में काफी सुविधा महसूस होगी. 

2/7

पीएम मोदी दोपहर 4 बजे वाराणसी से इस एयरपोर्ट का शुभारंभ करेंगे। इस खास मौके पर नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्र एवं राज्य सरकार के कई मंत्री मौजूद रहेंगे.

3/7

 

यह एयरपोर्ट प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य छोटे शहरों और दूरदराज के इलाकों को हवाई मार्ग से जोड़ना है.

4/7

 

यह एयरपोर्ट छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से के लोगों के लिए नई आशाएं लेकर आया है। यहां से 19 और 72 सीटर विमान सेवाएं शुरू की जाएंगी, जो यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ व्यापार और पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेंगी.

5/7

 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “ मां महामाया एयरपोर्ट सिर्फ एक नया हवाई अड्डा नहीं है, बल्कि हमारे राज्य के दूरस्थ इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास है.

6/7

 

उन्होंने आगे कहा कि इस एयरपोर्ट से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और क्षेत्र के विकास के नए रास्ते खुलेंगे। सरगुजा के लोगों के लिए यह एयरपोर्ट केवल यात्रा का नया जरिया नहीं है, बल्कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास का एक नया अध्याय है.

7/7

 

आगे बोलते हुए कहा कि दरिमा एयरपोर्ट का उद्घाटन छत्तीसगढ़ की प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत है, जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 20 अक्टूबर को इस एयरपोर्ट का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे, तो यह न सिर्फ एक नए हवाई अड्डे की शुरुआत होगी, बल्कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित होगा