Padma Awards 2024: जड़ी बूटियों यानी पारंपरिक चिकित्सा के लिए काम करने वाले नारयणपुर के हेमचंद मांझी (Hemchand Manjhi) को पद्म श्री (Padma Shri) मिला है. आइये जानें वैद्यराज हेमचंद की पूरी स्टोरी
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Padma Awards 2024: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के पारंपरिक औषधीय चिकित्सक हेमचंद मांझी (Hemchand Manjhi) का नाम साल 2024 के पद्म श्री (Padma Shri) पुरस्कारों के लिस्ट में शामिल हैं. मांझी 5 दशकों से अधिक समय से ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने पारंपरिक आयुष चिकित्सा को आगे बढ़ाया है. उन्हें लोग वैद्यराज के नाम से भी जानते हैं. सेवा का ये काम वो 15 से कर रहे हैं. आइये जानते हैं पद्म श्री वैद्यराज हेमचंद मांझी और उनके काम के बारे में.
जड़ी बूटियों से गंभीर बीमारियों का इलाज
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर के वैद्यराज हेमचंद मांझी 15 वर्ष की उम्र से जंगलों से मिलने वाली विशेष प्रजाति की जड़ी बूटियों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज करते आ रहे हैं. अलग-अलग राज्य व महानगरों के पीड़ित मरीज नक्सल प्रभावित छोटेडोंगर पहुंच वैधाराज हेमचंद मांझी की दवाई लेने पहुंचते रहे हैं.
प्राचीन औषधि परंपराओं को बढ़ा रहे हैं
प्राचीन औषधि परंपराओं को आगे ले जाने का काम हेमराज के हाथों से हो रहा है. नारायणपुर जिले के रहने वाले हेमराज लोगों को अपने ज्ञान से सस्ती स्वास्थ्य सेवा देते हैं. 5 दशकों से अधिक समय से ग्रामीण इलाकों में इनका सेवा का काम चल रहा है. पूरे प्रदेश में ये जड़ी बूटियों के अपने विशेष ज्ञान के लिए जाने जाते हैं.
वैद्यराज मांझी के नाम से मशहूर
हेमचंद मांझी अबूझमाड़ के सुदूर जंगल में इतना फेमस हैं कि मरीज इलाज के लिए तमाम मुश्किलों और नक्सली खतरे को पारकर उनके पास पहुंच जाते हैं. मांझी के सेवा का भाव देखकर नक्सलियों ने उन्हें बार-बार धमकाया उनपर हमले भी हुए लेकिन वो अपने मार्ग में बढ़ते रहे. वो अपनी पूरे ईमानदारी से लोगों का इलाज कर रहे हैं और सभी को सुविधा पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इसी कारण हेमराज को वैद्यराज मांझी के नाम से भी जाना जाता है.