CG Election: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने भरी हुंकार! सर्व आदिवासी समाज इन सीटों पर लड़ेगा विधानसभा चुनाव
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CG Election: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने भरी हुंकार! सर्व आदिवासी समाज इन सीटों पर लड़ेगा विधानसभा चुनाव

Sarva Adivasi Samaj in CG Assembly Elections: सर्व आदिवासी समाज के केंद्रीय अध्यक्ष अरविंद नेताम ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों में सर्व-आदिवासी समाज  सभी 29 आरक्षित सीटों और कुछ सामान्य सीटों पर उम्मीदवार उतारेगा. 

Sarva Adivasi Samaj in CG Assembly Elections

हितेश शर्मा/दुर्ग: छत्तीसगढ़ (CG News) के लिए 2023 का साल चुनावी (CG Election 2023) साल है. इस चुनावी साल में कांग्रेस-बीजेपी सहित सर्व आदिवासी समाज ने भी चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने दुर्ग में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि वे सक्रिय राजनीति में फिर से कदम रखने जा रहे हैं. सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम के साथ जनता के बीच जाएगा और चुनाव भी लड़ेगा. 

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इसलिए प्रत्याशी खड़े करेगा सर्व आदिवासी समाज
अरविंद नेताम ने बताया कि छत्तीसगढ़ की तमाम आरक्षित 29 सीटों पर सर्व आदिवासी समाज चुनाव लड़ेगा तो वहीं इसके अलावा कुछ सामान्य सीटों पर भी समाज द्वारा प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे. प्रदेश के छोटे राजनीतिक दलों से गठबंधन को लेकर भी चर्चा चल रही है. अरविंद नेताम ने कहा कि समाज का काम चुनाव लड़ना नहीं है, लेकिन चाहे पूर्ववर्ती बीजेपी की सरकार हो या वर्तमान कांग्रेस की सरकार सरकार उन्हें मजबूर कर रही है, इसलिए सर्व आदिवासी समाज विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े करेगा. 

अरविंद नेताम ने कांग्रेस पर किया वार
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा पूरी तरह बदल चुकी है. अब कांग्रेस भी सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर आगे बढ़ रही है. नंद कुमार साय को कांग्रेस में प्रवेश देना इसका एक बड़ा उदहारण है. वहीं बस्तर में आदिवासियों द्वारा किए जा रहे हैं धर्मांतरण को लेकर भी अरविंद नेताम ने कहा कि वे भी इस बात से दुखी है कि आदिवासी बड़ी संख्या पर धर्मांतरण कर रहे हैं. इस पर राज्य और केंद्र सरकार को रोक लगाना चाहिए संविधान में नियमों का बदलाव करना चाहिए जिससे आदिवासी धर्म परिवर्तन ना कर सकें.

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