Wrestlers protest: राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए. इसके अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी ट्वीट किया है.
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Wrestlers Protest And Delhi Police: बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे देश के टॉप पहलवानों ने जब से अपने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने का ऐलान किया है, तब से देश की राजनीति गरमा गई है. गंगा नदी में मेडल को बहाए जाने को लेकर राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने पहलवानों का खुलकर समर्थन किया है. अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि पूरे देश की आंखों में आंसू हैं. अब तो प्रधानमंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए. हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत खुद हरिद्वार पहुंच गए हैं और पहलवानों को मेडल गंगा नदी में ना बहाने के लिए समझाया है.
सीएम भगवंत मान ने किया ट्वीट
पहलवानों का समर्थन करते हुए पंजाब के नए-नवेले सीएम भगवंत मान ने भी ट्वीट किया है. सीएम भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार से दुखी होकर पहलवानों का अपने पदकों का गंगा में बहाना बेहद शर्मनाक है. अगर अभी आवाज नहीं उठाया तो अगली बारी लोकतंत्र के अस्थियों की होगी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पहलवानों को नरेश टिकैत ने खूब समझाया. इसके बाद पहलवानों ने गंगा नदी में अपना मेडल नहीं बहाया, उसे खुद नरेश टिकैत के हाथों में सौंप दिया है.
हमारे देश के अंतराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों द्वारा केंद्र सरकार से दुखी होकर अपने पदकों को हरिद्वार गंगा जी में बहाने जाना देश के लिए बहुत शर्मनाक है..अगर समय रहते आवाज़ न उठाई गई तो अगली बारी देश के लोकतंत्र की अस्तियों को बहाने की होगी..
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) May 30, 2023
नरेश टिकैत ने पहलवानों को समझाया
आपको बता दें कि किसान नेता नरेश टिकैत ने पहलवानों से 5 दिन का समय भी मांगा है. जब पहलवानों ने हरिद्वार की गंगा नदी में अपना मेडल बहाने की बात कही, तब खेल मंत्रालय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बयान जारी किया. खेल मंत्रालय ने कहा कि मेडल सिर्फ खिलाड़ियों का नहीं है बल्कि पूरे देश का है. गौरतलब है कि पहलवान बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लंबे समय से धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं. 28 मई को वह नए संसद भवन की तरफ मार्च करने निकले रहे थे कि बीच रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया और कई पहलवानों को डिटेन कर लिया गया. इसके बाद ही पहलवानों ने मेडल गंगा में बहाने की बात कही थी.