Jahangirpuri Violence Updates:दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा (Jahangirpuri Violence) कोई अचानक हुई घटना नहीं थी बल्कि इसके लिए कई दिनों पहले से प्लानिंग की गई थी. पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को रोहिणी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी.
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Jahangirpuri Violence Latest Updates: दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) मामला में पुलिस (Delhi Police) ने गुरुवार को रोहिणी कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी. इस चार्जशीट में 37 आरोपियों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं. यह चार्जशीट करीब 2100 पन्नों की है. इस दंगा मामले में दिल्ली पुलिस अब तक 37 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन सब पर IPC की धारा 186, 353, 332, 323, 436, 109, 147, 148, 149, 307, 427, 120 B, 34 और 25-27 आर्म्स एक्ट तहत केस दर्ज किए गए हैं.
2300 से ज्यादा मोबाइल वीडियोज की जांच
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के स्पेशल सीपी (क्राइम) रविन्द्र यादव के नेतृत्व में डीसीपी विचित्र वीर, डीसीपी रोहित मीणा, एसीपी अभिनेन्द्र जैन और एसीपी प्रदीप पालीवाल की टीम ने यह चार्जशीट तैयार की है. चार्जशीट में बताया गया है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 2300 से ज्यादा मोबाइल वीडियो और सीसीटीवी की मदद ली है. इसके साथ ही मोबाइल डंप डाटा, CDR और फोन लोकेशन का भी सहारा लिया गया.
पुलिस (Delhi Police) ने आरोपियों को पकड़ने के लिए चेहरों की पहचान करने वाले (Face Recognition System) सिस्टम का भी सहारा लिया. दिल्ली पुलिस का आरोप है कि जहांगीर पुरी मे हिंसा एक साजिश के तहत की गई थी. इस हिंसा के 3 मास्टरमाइंड थे. जिनके नाम तबरेज अंसारी, मोहम्मद अंसार और इशर्फिल हैं. इनमें से पहले 2 आरोपी पकड़े जा चुके हैं, जबकि आरोपी इशर्फिल अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है.
जहांगीरपुर हिंसा के 3 मास्टरमाइंड
चार्जशीट के मुताबिक हिंसा (Jahangirpuri Violence) का पहला मास्टरमाइंड तबरेज अंसारी था. वह अपने दो चेहरों के साथ साजिश रच रहा था. पुलिस के सामने अच्छा बनकर अमन चैन की बात करता था. वहीं पीछे से लोगों को उकसाता था. तबरेज ने लोगों को भड़काने का सिलसिला CAA-NRC के दौरान शुरू कर दिया था. CAA-NRC के खिलाफ जहांगीर पुरी के कुशल चौक पर प्रोटेस्ट साइट को चलाने में उसका अहम रोल था. उसके बाद से ही इलाके में मुस्लिमों को भड़काने का सिलसिला लगातार जारी था.
रिपोर्ट के अनुसार हिंसा (Jahangirpuri Violence) का दूसरा मास्टरमाइंड आरोपी शेख इशर्फिल था. यह वो शख्स है, जिसकी छतों से पथराव और कांच की बोतलें फेंकी गई थी. इसके मकान की छत से FSL को जांच के दौरान पत्थर और कांच की बोतलें भी मिली है. इसका और इसके बेटे अशनूर व मोहम्मद अली का क्रिमिनल बैकग्राउंड भी पुलिस को जांच के दौरान मिला है. पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि CAA-NRC के खिलाफ आंदोलन के दौरान वहां से लोगों को इकठ्ठा कर वह बसों में भरकर प्रोटेस्ट साइट पर ले जाता था. इशर्फिल पार्किंग माफिया भी है और इलाके में जबरन उगाही करता था. वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो पाया है.
अब तक 37 आरोपी हुए गिरफ्तार
आरोपी मोहम्मद अंसार जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) का तीसरा मास्टरमाइंड है. वह भी तबरेज अंसारी के साथ मिलकर हिंसा की साजिश में शामिल था. हिंसा वाले दिन उसने लोगों को भड़काने का काम किया था. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) अब तक इस हिंसा में 2 नाबालिग समेत 37 आरोपियों को पकड़ चुकी है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि हिंसा से करीब 6 दिन पहले यानी 10 अप्रैल राम नवमी से ही आरोपियों ने 16 अप्रैल हुनमान जयंती पर हिंसा करने का प्लान बना लिया था.
प्लानिंग के तहत आरोपियों ने घरों की छतों पर पत्थर और कांच की बोतलें रखी थी, जिससे हनुमान जयंती शोभा यात्रा के दौरान पथराव किया जा सके. पुलिस अब तक गिरफ्तार आरोपियों के पास से तलवार और देसी कट्टे बरामद कर चुकी है, जिनकी संख्या दोनों को मिलाकर करीब 15 है.
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