Varanasi Garbage: अब बार कोड के जरिए कूड़े का उठान, और चमकेगी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी
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Varanasi Garbage: अब बार कोड के जरिए कूड़े का उठान, और चमकेगी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी

Varanasi Garbage through bar code: वाराणसी को और साफ सुथरा बनाने की दिशा में नगर निगम ने खास फैसला किया है. अब मकानों पर बार कोड लगाया जाएगा. नगर निगम का कहना है कि इस दिशा में क्यूआर कोड पर काम शुरू हो चुका है.

Varanasi Garbage: अब बार कोड के जरिए कूड़े का उठान, और चमकेगी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी

Varanasi Garbage News: बाबा विश्वनाथ की नगरी को और साफ सुथरा बनाने के लिए वाराणसी नगर निगम की तरफ से खास पहल की गई है, नगर निगम अब कूड़े की उठान के लिए घरों पर बार कोड लगाने का फैसला किया है. सितंबर के महीने ने इसे जमीन पर उतारा जाएगा. बार कोड को स्कैन करने के बाद नगर निगम की कचरा गाड़ी कूड़े का उठान करेगी. दरअसल निगम को शिकायत मिल रही थी कि कूड़े को उठाया नहीं जा रहा है. नगर निगम ने 2 लाख से अधिक मकानों में बार कोड लगाने की निर्णय लिया है. अभी चार लाख घरों से कूड़े को उठाया जाता है.

नगर निगम की पहल

नगर आयुक्त वाराणसी ने बताया कि मुख्य मार्गों पर जो मकान बने हुए हैं वहां पहले क्यूआर कोड लगाया जाएगा. हर घर से कूड़ा उठाने की प्रक्रिया में गीले और सूखे कचरे को अलग अलग करने में मदद मिलेगा, 2023 में स्वच्छ सर्वेक्षण की दिशा में इसे अहम बताया जा रहा है. सर्वे में बेहतर नंबर के लिए जरूरी है कि सूखा और गीले कचरे को अलग अलग लिया जाए. नगर निगम का मानना है कि इससे हर दिन का रिकॉर्ड उपलब्ध होगा और लोगों की शिकायतें भी दूर होंगी उनके इलाके में कूड़ा कचरा के लिए कर्मचारी नियमित तौर पर नहीं आते.

सूरत, इंदौर में बार कोड सिस्टम पहले से लागू

अभी तक देश के दो शहरों सूरत और इंदौर में कूड़ा उठाने के लिए बार कोड की व्यवस्था लागू की गई है. इस सिलसिले में वाराणसी के मेयर ने सूरत का दौरा किया था और व्यवस्था की बारीकियों को समझने की कोशिश की. दरअसल वाराणसी में दो साल पहले भी क्यूआर कोड लगाने की योजना पर काम किया गया था लेकिन किन्हीं कारणों से लागू नहीं किया जा सका. कूड़ा इकट्ठा करने वाली कुछ गाड़ियों पर भी क्यूआर कोड लगाए गए थे हालांकि तकनीकी बाधा की वजह से शुरू करने में दिक्कत आई.

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