Amarnath Yatra: कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शनिवार को उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने अमरनाथ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को फर्जी पंजीकरण परमिट उपलब्ध कराके कथित तौर पर ठगने का काम किया है.
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Amarnath Yatra: कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शनिवार को उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने अमरनाथ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को फर्जी पंजीकरण परमिट उपलब्ध कराके कथित तौर पर ठगने का काम किया है. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस का बयान अधिकारियों द्वारा जम्मू, सांबा और कठुआ जिले में 400 से अधिक फर्जी पंजीकरण परमिट का पता लगाने के एक दिन बाद आया है.
इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कांग्रेस नेता रविंदर शर्मा ने कहा कि सरकार और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को तीर्थयात्रियों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए एक पुख्ता प्रणाली अपनानी चाहिए थी. शर्मा ने कहा कि सरकार को ठगों की पहचान करनी चाहिए और पीड़ित तीर्थयात्रियों को जल्द से जल्द यात्रा करने की सुविधा देने के अलावा ठगी गई राशि की वसूली करनी चाहिए.
ट्रैवल एजेंट द्वारा जारी फर्जी परमिट के कारण अमरनाथ यात्रा पर आगे बढ़ने से रोके जाने के बाद लगभग 300 श्रद्धालु जम्मू आधार शिविर में फंसे हुए हैं. अमरनाथ के पवित्र गुफा मंदिर के लिए अपनी तीर्थ यात्रा जारी रखने को बेताब इन तीर्थयात्रियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सहायता मांगी है और उनसे उनकी विशेष परिस्थितियों पर विचार करने तथा उन्हें यात्रा आगे बढ़ाने की अनुमति देने का आग्रह किया है.
फर्जी परमिट के कारण जम्मू में रूके उत्तर प्रदेश के निवासी सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘हमने उपराज्यपाल सिन्हा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने और हमें और कठिनाइयों से बचाने का आग्रह किया है. हम विनम्रतापूर्वक उनसे अमरनाथ की हमारी तीर्थयात्रा को सुगम बनाने का अनुरोध करते हैं.’’ शुक्रवार को जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में 430 से अधिक अमरनाथ यात्रियों के पास फर्जी पंजीकरण परमिट पाए गए.
जम्मू आधार शिविर में फंसे दिल्ली निवासी रमेश अरोड़ा ने कहा, ‘‘हमारे साथ दिल्ली में ट्रैवल एजेंट ने धोखाधड़ी की, जिन्होंने हमें यात्रा के लिए नकली परमिट प्रदान किए. उन्होंने हमें इस कठिन हालात में फंसा दिया है. दूसरी तरफ प्रशासन हमें फर्जी दस्तावेजों के कारण हमारी तीर्थयात्रा जारी रखने के लिए अनुमति नहीं दे रहा है.’’ पिछले दो दिनों से, ये फंसे हुए तीर्थयात्री, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, संबंधित अधिकारियों से लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा कि सहायता के लिए उनकी अपील पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है जिससे उनमें अनिश्चितता और निराशा बढ़ गई है.
हालांकि, उन्होंने अमरनाथ में गुफा मंदिर में दर्शन किए बिना जाने से इनकार कर दिया है. अधिकारियों के फैसले तक अस्थायी आश्रय की तलाश में, इनमें से सैकड़ों तीर्थयात्रियों ने जम्मू आधार शिविर के पास स्थित आसाराम बापू आश्रम में शरण ली है. स्थिति पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसे तीर्थयात्रियों की कोई गलती नहीं है. हम उनकी तीर्थयात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें ठहरने और भोजन मुहैया कराने में सहायता प्रदान कर रहे हैं.’’
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जम्मू में जिला प्रशासन और पुलिस ने अमरनाथ यात्रा के लिए लगभग 300 फर्जी पंजीकरण परमिट का पता लगाया. इस बीच, कठुआ जिले के लखनपुर प्रवेश बिंदु पर 65 लोगों को फर्जी पंजीकरण दस्तावेज ले जाते हुए पाया गया, जबकि सांबा जिले में 68 लोगों को ऐसे फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया. जम्मू की उपायुक्त अवनी लवासा ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस जांच कर रही है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)