Modi Laddu in Bhaglpur: अगर आपको दिवाली के गिफ्ट में मोदी लड्डू मिल जाए तो क्या सोचेंगे? जी हां बिहार के भागलपुर में एक मिठाई विक्रेता मोदी लड्डू बना कर बेच रहे हैं. दुकान मालिक का दावा है कि इसे बनाने में शुद्ध घी और शुद्ध केसर का इस्तेमाल किया जाता है.
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Modi Laddu in Bihar: क्या आपने कभी खाया है मोदी लड्डू? क्या आपको पता है मोदी लड्डू कहां मिलता है ? क्या आप जानते हैं इसका रेट? क्या आपको पता है कि एक लड्डू का वजन कितान होता है? अगर आपके मन में उठ रहे इन सवालों का जवाब जानना चाहते हैं तो यहां हम आपको पूरी जानकारी दे रहे हैं. दरअसल, बिहार के भागलपुर में एक मिठाई विक्रेता संजीव उर्फ लालू शर्मा ने इस दिवाली पर मार्केट में मोदी लड्डू को लॉन्च किया है. इस लड्डू की कीमत प्रति किलो 900 रुपये रखा गया है.
शुद्धता का दावा करते हैं लालू शर्मा
दुकान के मालिक लालू शर्मा ने दावा किया है कि जो मोदी लड्डू वह बनाते हैं उसे बनाने में शुद्धता का खास ख्याल रखा जाता है. लालू शर्मा का दावा है कि मोदी लड्डू बनाने के लिए वह शुद्ध केसर, शुद्ध घी, पिस्ता और बादाम का प्रयोग करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि इसमें सुगंध लाने के लिए गुलाब का रस निकाल कर उसे मिलाया जाता है.
Bhagalpur, Bihar: A sweet vendor and admirer of PM Modi, Sanjeev alias Lalu Sharma, has created special laddus named "Modi Laddu" for Diwali.
He says, "The year Modi ji became Prime Minister, we made a royal laddu in his honor using pure saffron, desi ghee, pistachios, and… pic.twitter.com/F0eTjyBL7v
— IANS (@ians_india) October 24, 2024
250 ग्राम का होता है एक लड्डू
लालू शर्मा की माने तो उन्होंने इस लड्डू को उस वक्त से बनाना शुरू किया जब नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने. यानि कि साल 2014 से मोदी शाही लड्डू को बनाया जा रहा है. एक लड्डू का वजन 250 ग्राम होता है. तो वहीं अगर कीमत देखें तो एक लड्डू 225 रुपये की आती है.
खुद को बताया पीएम का प्रशंसक
मीडिया से बात करते हुए लालू शर्मा ने खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रशंसक बताया. उन्होंने कहा कि लोग अब मुझे और मेरे दुकान को मोदी लड्डू वाले के नाम से भी जानते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि शुद्धता के कारण इस लड्डू की मांग विदेशों से भी आती है. उन्होंने कहा कि यह लड्डू शुद्धता और लजीज स्वाद के लिए जाना जाता है.
तिरंगे कलर का बनता है बर्फी
लालू शर्मा ने बताया, "हमारे दुकान में तीन रंग यानि तिरंगे के रंग का एक बर्फी भी बनाया जाता है. इस बर्फी को बनाने में केमिकल से बने कलर का इस्तेमाल नहीं होता है. उन्होंने बताया कि हरे रंग के लिए पिस्ता का प्रयोग होता है जबकि लाल रंग के लिए आलमंड का इस्तेमाल करते हैं.'' उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य है कि लोगों को शुद्ध और लजीज मिठाई मिले.