गिरफ्तार आरोपियों में एक सब्जी बेचने वाला सुमित, अपराधी कुलदीप, मैकेनिक अनुज, नाई इरफान और उसका भाई उस्मान जो कि डिलीवरी बॉय का काम करता था, का नाम शामिल है.
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प्रगति मैदान सुरंग में हुई लूटपाट के मामले में दिल्ली पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये सभी सात लोग इस लूट में शामिल थे. इन आरोपियों ने एक डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी से बंदूक के दम पर दो लाख रुपये लूट लिए. इस लूट का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने 1500 लोगों से पूछताछ की और 270 गाड़ियों को जब्त किया. यही नहीं, पुलिस ने जांच के दौरान 48 घंटे में 350 सीसीटीवी फुटेज खंगाले.
इसके बाद पुलिस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल हो सकी. गिरफ्तार आरोपियों में एक सब्जी बेचने वाला सुमित, अपराधी कुलदीप, मैकेनिक अनुज, नाई इरफान और उसका भाई उस्मान जो कि डिलीवरी बॉय का काम करता था, का नाम शामिल है.
उस्मान ने पूरी लूट की प्लानिंग की थी और सब्जी बेचने वाले सुमित ने पूरे इलाके की रैकी की थी. उस्मान के भाई इरफान ने बाइक की व्यवस्था की थी. दिल्ली जल बोर्ड में काम करने वाले मैकेनिक अनुज ने बाइक दौड़ाने की जिम्मेदारी ली थी. कुलदीप की जिम्मेदारी लूट के लिए सामान जुटाना था.
दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं. इसके अलावा उन्हें एक पिस्टल और कुछ कारतूस भी मिले हैं. दिल्ली पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में मोटरसाइकिल सवार चार बदमाश चांदनी चौक स्थित ओमिया इंटरप्राइजेज के डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी की कैब को रोकते और दोनों से बंदूक के दम पर लगभग दो लाख रुपये नकदी से भरा बैग लूटते नजर आए थे.
पिछले शनिवार को लूट की इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया था, तब दोनों नकद की आपूर्ति करने के लिए कैब से गुरुग्राम जा रहे थे. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अकेले मध्य जिले में सोमवार रात को दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत 1,500 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और 270 से अधिक वाहनों को जब्त किया गया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डिलीवरी एजेंट की कंपनी के कर्मचारियों, इसके नियोक्ता और साथियों से भी शनिवार को हुई घटना के संबंध में पूछताछ की गयी है. इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने प्रगति मैदान सुरंग तथा उससे आगे जा रहे रास्ते पर लगे 350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है ताकि यह पता लगाया जा सके कि बदमाश लूट के बाद कौन-से रास्ते पर गए थे.’’