भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित भकना कलां गांव आंतकी गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र है. पाकिस्तानी ड्रोन यहां पर हथियारों और ड्रग्स की खेप को पहुंचाने का काम करते हैं. पुलिस कई बार यहां से हथियारों का जखीरा बरामद कर चुकी है.
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नई दिल्ली: 6 दिन पहले भारत-पाकिस्तान की सीमा से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भकना कलां गांव की एक सुनसान हवेली में, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड से जुड़े शॉर्प शूटर मनप्रीत मनु कुस्सा और जगरूप रूपा को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. सुरक्षा एजेंसियों को इनके पाकिस्तान के साथ संबंध होने की भी कई जानकारियां मिली हैं. उसके बाद से ही ये गांव काफी चर्चा में है.
भारत में होने के बाद भी ये गांव क्यों आतंकियों के लिए उनका घर बना हुआ है, इस एनकाउंटर के बाद ये सवाल सभी के मन में आ रहा है. आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए इस गांव से जुड़ी कुछ खास जानकारी लेकर आए हैं.
2021 में मिला था हथियारों का जखीरा
भकना कलां गांव में हुए इस एनकाउंटर के पहले भी ये जगह कई बार चर्चा में रही है. साल 2021 में पुलिस ने हथियारों का एक बड़ा जखीरा यहां से बरामद किया गया था. सूत्रों के मुताबिक यह हथियार पाकिस्तान से यहां पहुंचाए गए थे. पुलिस ने कुछ समय पहले हेरोइन की एक बड़ी खेप यहां से बरामद की थी. इस गांव और आस-पास के दो दर्जन से ज्यादा लोग तस्करी के आरोप में सजा काट रहे हैं.
पाकिस्तान ड्रोन से आते हैं हथियार और ड्रग्स
पाकिस्तान की सीमा के काफी पास होने की वजह से ये जगह आंतकी गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र है. सुबह उजाला होने से पहले पाकिस्तानी ड्रोन यहां पर हथियारों और ड्रग्स की खेप को पहुंचाने का काम करते हैं. लगातार मिल रही सूचनाओं के बाद अब जांच एजेंसियां भी इस गांव पर टकटकी लगाए बैठी हैं. एनकाउंटर के बाद हवेली में मिली सभी संदिग्ध चीजों की जांच की जा रही है, तो वहीं अब गांव में होने वाली सभी गतिविधियों पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है.