अमृतपाल की तलाश में NIA ने पंजाब के 5 जिलों में जमाया डेरा, पाकिस्तान से मंगवाता था हथियार
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अमृतपाल की तलाश में NIA ने पंजाब के 5 जिलों में जमाया डेरा, पाकिस्तान से मंगवाता था हथियार

पंजाब में इस समय बेहद संवेदनशील माहौल बना हुआ है. वहीं पहले सरकार ने 3 दिनों के लिए इंटरमेट सेवा बंद कर दी थी. वहीं आज सेवा को दोबारा शुरू कर दिया गया है. साथ ही अमृतपाल की तलाश में  NIA ने पंजाब में डेरा दाल दिया है.

 

अमृतपाल की तलाश में NIA ने पंजाब के 5 जिलों में जमाया डेरा, पाकिस्तान से मंगवाता था हथियार

Punjab AmritPal Case: आज पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अमृतपाल केस में सुनवाई होगी. इसमें मांग की गई है कि अमृतपाल को जबरन हिरासत में रखा गया है. अमृतपाल कहां है, अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है. हालांकि पिता का आरोप है कि पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में रखा है. 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह चौथे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पंजाब पुलिस पूरे राज्य में उसकी तलाश कर रही है. एनआईए की 9 टीमें पंजाब पहुंच गईं हैं, जिसमें एक टीम चंडीगढ़ से आई है और इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है.

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आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह के ड्रग माफिया से संबंध के कई तथ्य जांच एजेंसियों के सामने आ रहे हैं. वह उनकी मदद से वह खालिस्तान की नींव रखने का प्रयास कर रहा था इस बात भी खुलासा हुआ है. इतना ही नहीं अपने नापाक मंसूबों को और उस मकसद को पूरा के लिए वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के संपर्क में था. साथ ही उनकी पूरी मदद ले रहा था.

एजेंसी सूत्रों के अनुसार ड्रग माफिया उसे फंडिंग कर रहे थे. माफिया ने उसे मर्सिडीज भी तोहफे में दी थी. वहीं आईएसआई ने उसे ड्रोन के माध्यम से हथियार, गोला-बारूद और अन्य सुविधाएं मुहैया करवा रही थी. बताया जाता है कि अमृतपाल सिंह जिस एसयूवी (SUV) से भागा. वह ड्रग माफिया रावेल सिंह ने ही उसे तोहफे में दी थी.

बना रहा था प्राइवेट आर्मी
अमृतपाल एकेएफ (AKF) नाम से अपनी प्राइवेट आर्मी बना रहा था. उसके साथियों से बरामद हथियारों के अलावा उसके घर के मेन गेट पर भी AKF लिखा मिला. अमृतपाल के घर से कमांडो जैसी जैकेट्स भी मिलीं जिन पर एकेएफ लिखा हुआ था. वहीं गृह मंत्रालय अमृतपाल के देश में फैले नेटवर्क पर एक साथ धावा बोलने की तैयारी में है. उसके समर्थक 9 राज्यों में हैं. इसलिए इन राज्यों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. मोबाइल द्वारा उनकी लोकेशन ट्रेस की जा चुकी है.

जांच एजेंसी NIA की टीम हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग और ISI से लिंक की जांच कर रही है और रविवार को ही एनआईए की 5 टीमें जांच के लिए पंजाब पहुंच गई थी और 4 अन्य टीमें सोमवार को पहुंची हैं. इनमें से 8 टीमें दिल्ली और 1 टीम चंडीगढ़ से आई है.

A, B और C कैटेगरी में बांटे गए आरोपी
सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर एनआईए को उनकी सूची सौंपी है. इनको A, B और C कैटेगरी में बांटा गया है. A कैटेगरी के 142 लोग हैं, जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे. B कैटेगरी में 213 वो लोग थे, जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते थे. साथ ही जांच में यह सामने आया है कि 6 फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ था.

28 टीमें जांच में जुटी
जालंधर, होशियारपुर और नवांशहर की 6 फाइनेंस कंपनियों की पहचान की गई है, जिनमें पिछले साल 20 अगस्त से लेकर अब तक करोड़ों की ट्रांजेक्शन हुआ है. जालंधर के दो हवाला कारोबारियों की भी पहचान हुई है, जिनकी तलाश जारी है. वहीं पंजाब पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस, एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स की 28 टीमें भी जांच में जुटी हैं. अब तक की जांच में सामने आया है कि अमृतपाल ने जिस आनंदपुर खालसा फौज का गठन किया था. उसके लिए 33 बुलेटप्रूफ जैकेट खरीदी थीं. ये दिल्ली से मंगवाई थीं. इन जैकेट पर AKF का मार्क भी बना था.

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