आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि हिंदुस्तान के हर संस्थान में परिवारवाद को पोषित कर दिया है. इसकी वजह से देश में योग्यता की कद्र नहीं हो पा रही है. इसके लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि परिवारवाद ही नहीं दोस्तवाद भी देश को खा रहा है.
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तरुण कालरा/नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज दिल्ली सीएम केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में झण्डारोहण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया के जितने भी अमीर देश हैं. इन्होंने अमीर बनने के लिए कई काम किए, लेकिन इन देशों ने दो काम ऐसे किए, जिसकी वजह से इन्हें जल्दी तरक्की मिली. इन देशों ने हेल्थ और एजुकेशन के लिए अच्छा इंतजाम किया. सीएम ने आगे कहा कि मैंने बहुत सारे देशों की स्टडी की, लेकिन किसी भी देश में पढ़ाई खराब नही मिली. उन्होंने आगे कहा कि हमें सभी को अच्छी शिक्षा देनी होगी.
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इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि जब भारत मां का हर बच्चा अच्छी शिक्षा और अच्छा इलाज जब पाएगा तब आसमान में तिरंगा शान से लहराएगा. देश में लगभग 27 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं. इनमें 10 करोड़ बच्चे प्राइवेट और 17 करोड़ सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. देश में कई सारे सरकारी स्कूल अच्छे भी हैं, लेकिन बहुत सारे स्कूल का बुरा हाल है. हमारे देश में गरीब लोगों को मजबूरी में सरकारी स्कूलों में भेजना पढ़ता है. उन्होंने आगे कहा कि आज एक ड्राइवर का बच्चा अगर सरकारी स्कूल पढ़ता है तो क्या वह डॉक्टर या इंजीनियर बनाने का ख्वाब देख सकता है? लेकिन वही बच्चा अगर दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ता है तो वह बच्चा डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना देख सकता है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाला एक-एक बच्चा शानदार करियर लेकर आगे बढ़ेगा.
विदेशों में भेजकर कराई टीचर्स की ट्रेनिंग
सीएम ने कहा कि इससे पहले दिल्ली में सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था. उन्होंने बताया कि 2015 में एक स्कूल गया था. उस दौरान मेरे पास एक छात्र आकर बोला कि हम देश का भविष्य नहीं हैं बल्कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्र हैं. यह सुनकर ऐसा लगा कि किसी ने मेरे दिल में तीर मार दिया हो. इसके बाद मैंने मनीष सिसोदिया को बुलाया और कहा कि 5 साल में सरकारी स्कूल देश नहीं दुनिया के मुकाबले बेस्ट होना चाहिए. बजट का 25% बैच्चों के स्कूलों में खर्च किया जाए. विदेशों में भेजकर टीचर्स की ट्रेनिंग कराई.
वहीं सीएम ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि एक छात्र है कुशाल गर्ग उसके पिता कारपेंटर हैं. उसका एडमिशन आल इंडिया मेडिकल में हुआ है. अब सोचकर देखो पिता 10, 12 हजार रुपये कमाते हैं. अब उनका बेटा 3-4 लाख रुपये कमाएगा.
डिप्टी सीएम बोले की पीएम ने किसानों के हितों के बारे में बात नहीं की
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने कहा आज सीएम केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में देश के सामने एक ब्लूप्रिंट रखा कि कैसे 5 साल में भारत को विकसित देश बना सकते हैं, कैसे 130 करोड़ लोगों को मुफ्त और अच्छा इलाज दिया जा सकता है. कैसे देशभर के 27 करोड़ बच्चों को अच्छी और मुफ्त शिक्षा दी जा सकती है. दिल्ली में हमने करके दिखाया है. उसके अनुभव के आधार पर वे बातें कर रहे थे.
मनीष सीसोदिया ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने भी लालकिले से दो बातें कही कि सोसाइटी को एसप्रेशनल सोसाइटी बनाना है. विकसित बनाना है, लेकिन अगर हर बच्चे को अच्छी शिक्षा नहीं मिली, इलाज के लिए धक्के खाते रहे, तो यह नहीं हो सकता है. मैं प्रधानमंत्री से दो गुजारिश करना चाहूंगा. पहली यह कि अच्छी शिक्षा और इच्छा इलाज को फ्री-बीज न कहें. दूसरी बात यह कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में करके दिखाया है. उनसे बात करके इसे देशभर के लिए अमल में लाया जाए. आज प्रधानमंत्री ने लालकिले से बुलेट ट्रेन आदि की बातें नहीं की, क्योंकि उसे अमल में नहीं लाया गया.
बता दें कि पीएम मोदी ने आज लालकिले से अपने भाषण में आप (AAP) को निशाना साधते हुए कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ नफरत दिखती है, लेकिन कभी-कभी भ्रष्टाचारियों के प्रति उदारता भी दिखाई जाती है. जो किसी भी देश को शोभा नहीं देता है. उन्होंने कहा कि कई लोग तो इस हद तक चले जाते हैं कि अदालत में सजा हो चुकी हो, भ्रष्टाचार सिद्ध हो चुका हो, जेल जाना तय हो चुका हो, जेल की सजा काट रहे हों, इसके बावजूद लोग उनका महिमामंडन करने में लगे रहते हैं, उनकी शान-शौकत में लगे रहते हैं, उनकी प्रतिष्ठा बनाने में लगे रहते हैं.
परिवारवाद और दोस्तवाद दोनों ही हानिकारक
इसको लेकर सिसोदिया बोले कि पीएम परिवारवाद की बातें करते हैं, लेकिन दोस्तवाद भारत को खाए जा रहा है. परिवारवाद और दोस्तवाद दोनों से ही भारत का बेड़ा गर्क हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि करप्शन खत्म करने के लिए दोस्तवाद को खत्म करना पड़ेगा.
वहीं डिप्टी सीएम ने कहा कि पीएम से गुजारिश है कि अच्छी और फ्री शिक्षा, अच्छा फ्री स्वास्थ्य सुविधा को फ्री बीज न कहें. राजनीति छोड़कर केजरीवाल के साथ मिलकर पूरे ब्लू प्रिंट को अमल में लाएं. वहीं आज कई मसलों पर पीएम ने बात तो कि, मगर किसानों की बात नहीं की.