9 राज्यों में PFI के ठिकानों पर NIA की छापेमारी, अब तक 150 गिरफ्तार
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9 राज्यों में PFI के ठिकानों पर NIA की छापेमारी, अब तक 150 गिरफ्तार

NIA Raid: हफ्ते में दूसरी बार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के द्वारा देश के 9 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, जिसमें अभी तक 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. दिल्ली के शाहीन बाग में PFI के 12 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. 

9 राज्यों में PFI के ठिकानों पर NIA की छापेमारी, अब तक 150 गिरफ्तार

 

NIA Raid: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ फिर NIA एक बार फिर एक्शन में है. 22 सितंबर के बाद आज एक बार फिर 9 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. दिल्ली के शाहीन बाग में PFI के 12 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, छापेमारी में अब तक अलग-अलग राज्यों से 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.  

देर रात से शुरू है छापेमारी
NIA के द्वारा दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, पंजाब, केरल, गुजरात, कर्नाटक और असम में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. दिल्ली के शाहीन बाग, जामिया सहित कई इलाकों में छापेमारी करते हुए NIA की टीम ने अभी तक 12 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 

आतंक पर वार, 100 से ज्यादा गिरफ्तार, जानिए क्या है PFI का मकड़जाल

22 सितंबर को 15 राज्यों में हुई थी छापेमारी
इसके पहले 22 सितंबर को NIA के द्वारा 15 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, जिसमें PFI के अध्यक्ष सहित 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था.  

PFI पर हैं ये गंभीर आरोप
PFI पर युवाओं को आतंकी ट्रेनिंग देने, टेरर फंडिंग, बिहार के बेगुसराय में गोलीकांड, कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या,  झारखंड ग्रूमिंग गैंग, उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या, दिल्ली और कानपुर दंगे सहित कई आंतकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. 

क्या है PFI
साल 2006 में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (NDF) की शुरुआत हुई, जिसके बाद इसमें में कई मुस्लिमों संगठनों जैसे मनीथा नीति पसराय, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और राष्ट्रीय विकास मोर्चा जैसे संगठनों का विलय हो गया और इसे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) नाम दिया गया. शुरुआत के साथ ही इस संगठन का नाम विवादों में रहा है, जिसकी वजह से कई राज्यों में ये बैन है. 
 

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