हाईकोर्ट के आदेश पर HSSC ने जारी किया संशोधित रिजल्ट, 900 क्लर्कों ने गंवाई नौकरी
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हाईकोर्ट के आदेश पर HSSC ने जारी किया संशोधित रिजल्ट, 900 क्लर्कों ने गंवाई नौकरी

कुछ अभ्यर्थी भर्ती में पूछे गए सवालों के गलत उत्तर को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चले गए. याचिका दायर करने वाले छात्रों ने कोर्ट से संशोधित रिजल्ट जारी करने की अपील की थी. हाईकोर्ट ने तीन सवालों को ठीक मानते हुए अप्रैल 2022 में संशोधित परिणाम जारी करने के आदेश दिए.

हाईकोर्ट के आदेश पर HSSC ने जारी किया संशोधित रिजल्ट, 900 क्लर्कों ने गंवाई नौकरी

चंडीगढ़ : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद  2019 में निकली क्लर्क भर्ती का संशोधित परिणाम जारी किया है. आयोग के इस कदम से  करीब डेढ़ साल से नौकरी कर रहे 4798 क्लर्कों में से 900 की नौकरी जाएगी. शेष 3898 लोगों की नियुक्ति नए सिरे से होगी. 

दरअसल दस्तावेज की दोबारा जांच कराने नहीं पहुंचे क्लर्कों और जिनके तीन सवालों के अंक कम हैं, उनका नाम चयन सूची से हटा दिया गया है. आयोग ने सितंबर 2020 से नौकरी पर लगे सभी क्लर्कों की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिख दिया है.अब नए सिरे से नियुक्तियां होंगी और जिन 900 लोगों का नाम चयन सूची से हटाया गया है, उनकी जगह नए अभ्यर्थियों का चयन किया गया है. 

HSSC ने साल 2019 में क्लर्क के 4798 पदों के लिए आवेदन मांगे थे. ये नियुक्तियां 8 सितंबर 2020 को की गई. कुछ अभ्यर्थी भर्ती में पूछे गए सवालों के गलत उत्तर को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चले गए. याचिका दायर करने वाले छात्रों ने कोर्ट से संशोधित रिजल्ट जारी करने की अपील की थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने तीन सवालों को ठीक मानते हुए अप्रैल 2022 में संशोधित परिणाम जारी करने के आदेश दिए.

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इन सवालों के ठीक होने के चलते करीब एक लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के प्राप्तांक बढ़ गए, जबकि 48 हजार के कम हो गए. इसी आधार पर आयोग ने संशोधित परिणाम जारी किया है. इसके अलावा बायोमीट्रिक निशान और चेहरे के निशान नहीं मिलने के कारण 58 अभ्यर्थियों का परिणाम रोक लिया गया. 

21 मई से 6 जून तक हुई दस्तावेज की जांच 

आयोग ने 21 मई से 6 जून तक 24097 अभ्यर्थियों को दस्तावेज जांच के लिए बुलाया था, लेकिन 10929 अभ्यर्थी नहीं आए. इनमें से 900 ऐसे अभ्यर्थी  थे, जो पहले से ही नौकरी कर रहे थे. भर्ती में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की आशंका जताई गई है.