E-Cigarettes Side Effects: अगर आप भी करते हैं ई-सिगरेट का सेवन तो जान लें ये 10 जानलेवा खतरे
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1729603

E-Cigarettes Side Effects: अगर आप भी करते हैं ई-सिगरेट का सेवन तो जान लें ये 10 जानलेवा खतरे

E-Cigarettes Harmful Effects: ई-सिगरेट में आमतौर पर निकोटिन होता है, जो अत्यधिक नशे की लत है. ई-सिगरेट के नियमित उपयोग से निकोटीन निर्भरता हो सकती है, जिससे इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है. हम आपको ई-सिगरेट के खतरों के बारे में बताते हैं.

E-Cigarettes Side Effects: अगर आप भी करते हैं ई-सिगरेट का सेवन तो जान लें ये 10 जानलेवा खतरे

Dangers of E-Cigarettes: इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट जिसे आमतौर पर ई-सिगरेट या वेपिंग के रूप में जाना जाता है.  ई-सिगरेट हाल के सालों में पारंपरिक तम्बाकू धूम्रपान के विकल्प के रूप में लोकप्रियता हासिल की है. जबकि उन्हें अक्सर एक सुरक्षित विकल्प के रूप में विपणन किया जाता है, फिर भी उनके इस्तेमाल से जुड़े संभावित जोखिम और खतरे होते हैं. हम आपको ई-सिगरेट के खतरों के बारे में बताते हैं.

Nicotine Addiction: ई-सिगरेट में आमतौर पर निकोटिन होता है, जो अत्यधिक नशे की लत है. ई-सिगरेट के नियमित उपयोग से निकोटीन निर्भरता हो सकती है, जिससे इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है.

Health Effects of Nicotine: निकोटीन का हृदय प्रणाली पर प्रभाव पड़ सकता है, हृदय गति बढ़ सकती है, रक्तचाप और हृदय रोग का खतरा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: Hing Benefits: अपनी डाइट में एक चुटकी हींग को जरूर करें शामिल, मिलेंगे चौंकाने वाले फायदे

Respiratory Issues: ई-सिगरेट एरोसोल में हानिकारक पदार्थ जैसे महीन कण, वाष्पशील कार्बनिक यौगिक और भारी धातुएं होती हैं. इन पदार्थों के सांस लेने से जलन हो सकती है और संभावित रूप से फेफड़ों की समस्या हो सकती है.

Lung Damage: ई-सिगरेट का उपयोग करने वाले कुछ व्यक्तियों में फेफड़ों की गंभीर चोटें विकसित हुई हैं, जैसे कि फेफड़ों में सूजन और क्षति, एक ऐसी स्थिति जिसे वापिंग-एसोसिएटेड लंग इंजरी (VALI) या ई-सिगरेट या वापिंग उत्पाद उपयोग-संबंधित फेफड़े की चोट (EVALI) के रूप में जाना जाता है. 

Potential Gateway to Tobacco Use:युवा लोगों के बीच ई-सिगरेट का उपयोग पारंपरिक तम्बाकू उत्पादों, जैसे कि सिगरेट, के बाद में उपयोग करने की बढ़ती संभावना से जुड़ा हुआ है.

Toxic chemical exposure: ई-सिगरेट एरोसोल में फॉर्मलडिहाइड, एक्रोलिन और एसीटैल्डिहाइड सहित हानिकारक रसायन हो सकते हैं, जो जहरीले माने जाते हैं और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं.

 

ये भी पढ़ें: Poppy Seeds Benefits: गर्मी में खसखस खाने से मिलेंगे कई फायदें, वजन होगा कम और स्किन करेगी ग्लो

 

Battery Explosions: ई-सिगरेट की बैटरियों के अधिक गर्म होने, फटने या आग लगने की खबरें आई हैं, जिससे चोटें और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.

Lack of Regulation: ई-सिगरेट उद्योग को सीमित विनियमन का सामना करना पड़ा है, जिसके कारण उत्पाद सुरक्षा, गुणवत्ता नियंत्रण और अवयवों की सटीक लेबलिंग के बारे में चिंताएं हैं.

Flavoring Dangers: कई ई-सिगरेट उत्पाद स्वादों की एक विस्तृत श्रृंखला में उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ युवाओं को आकर्षित कर सकते हैं. इन स्वादों को सूंघने से स्वास्थ्य प्रभावों को अभी भी अच्छी तरह से समझा नहीं जा सका है.

Secondhand Exposure: ई-सिगरेट एरोसोल आसपास खड़े लोगों को संभावित हानिकारक पदार्थों के संपर्क में ला सकता है. हालांकि इसमें तंबाकू के धुएं की तुलना में कम जहरीले रसायन हो सकते हैं, लेकिन ई-सिगरेट एरोसोल के सेकेंड हैंड एक्सपोजर के स्वास्थ्य प्रभाव अभी भी चिंता का विषय हैं.

Trending news