हथिनीकुंड से पानी छोड़ने के बाद यमुना उफान पर, हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ का खतरा गहराया
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हथिनीकुंड से पानी छोड़ने के बाद यमुना उफान पर, हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ का खतरा गहराया

Yamuna Flood ; यमुना नदी के पास लगते गांव छोटा ला-पुरा में पानी घुस जाने से वहां के लोग काफी परेशान हैं. प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को यमुना से दूर रहने और निचले इलाकों को खाली किए जाने के आदेश जारी किए हैं, क्योंकि पानी तेजी से निचले इलाकों में बढ़ रहा है.

हथिनीकुंड से पानी छोड़ने के बाद यमुना उफान पर, हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ का खतरा गहराया

कुलवंत सिंह/यमुनानगर : पहाड़ी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के चलते यमुना नदी उफान पर आ गई है. यमुना में आज सुबह 6 बजे 295912 क्यूसेक पानी हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया, जिसके बाद हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पानी बढ़ने से हरियाणा के यमुना के साथ लगते कई जिलों में बाढ़ आने की आशंका बन गई है.

सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली को भी इसकी सूचना भिजवा दी है. कई वर्षों बाद हुआ है जब सितंबर महीने में यमुना उफान पर आई है और हथिनी कुंड बैराज से इतना पानी डिस्चार्ज हुआ है. वहीं यमुना नदी के पास लगते गांव छोटा ला-पुरा में पानी घुस जाने से वहां के लोग काफी परेशान हैं.

निचले इलाके को खाली करने का आदेश 
यमुना उफान पर आने के बाद यमुना के साथ लगते विभिन्न इलाके के लोगों  को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है. पानी जैसे-जैसे निचले इलाकों में आएगा, यमुना के साथ लगते कई गांव के पानी में डूबने लगेंगे. 

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प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को यमुना से दूर रहने और निचले इलाकों को खाली किए जाने के आदेश जारी किए हैं, क्योंकि पानी तेजी से निचले इलाकों में बढ़ रहा है. इसलिए लोगों ने निचले को छोड़कर ऊपरी इलाकों में शरण लेना शुरू कर दिया है. अगर 3 बजे के आंकड़े की बात करें तो यह पानी 1 लाख 95 हजार क्यूसिक रह गया, जो कि लगातार कम होता जा रहा है. 

सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न 
यमुना के पास लगते गांव छोटा ला-पूरा में यमुना का पानी घुस जाने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. गांव में पानी घुसने से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं. एक ओर जहां प्रशासन कह रहा है कि यमुना से सटे गांव व इलाके को इस बारे में सूचित कर दिया गया था. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उनको यमुना में ज्यादा पानी आने की कोई भी सूचना नहीं मिली, जिसकी वजह से उन्हें संभलने का मौका नहीं पाए. रात को ही गांव में पानी घुस गया, जिसके चलते वह अपना सामान छत पर रखना पड़ा.

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सिंचाई विभाग के इंजीनियर सुपरिटेंडेंट आरएस मित्तल ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में हो रही वर्षा के बाद यमुना का जलस्तर हथिनी कुंड बैराज पर 2 लाख 95912 क्यूसेक हो गया था। जिसके बाद अलर्ट जारी किया गया है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा के पास शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी खिसक जाने से रेल यातायात बंद हो गया है.

अधिकारियों का कहना है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है. उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी बाढ़ का खतरा पैदा कर सकता है. इसके लिए यमुनानगर जिला प्रशासन ने अन्य जिले के अधिकारियों को इस संबंध में सूचनाएं भिजवा दी हैं.

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