25 गावों के खेतों से हाई वोल्टेज बिजली के तारों को निकालने को लेकर एकजुट होकर 20 गांवों के किसानों ने महापंचायत कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, किसानों ने साफ कह दिया है कि अगर सरकार ने मुआवजा नहीं दिया तो एक भी पोल खेतों में नहीं लगने देंगे.
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राजेश खत्री/सोनीपतः सोनीपत से 25 गावों के खेतों से हाई वोल्टेज बिजली के तारों के लिए बिजली निगम द्वारा पोल लगाए जा रहा है, लेकिन जिस भूमि मालिक किसानों को सरकार ने मुआवजा नहीं देने से किसान मायूस है, जिन्होंने अब एकजुट होकर गांव बड़वासनी में 20 गांवों के किसानों ने महापंचायत कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, किसानों ने साफ किया कि अगर सरकार ने मुआवजा नहीं दिया तो एक भी पोल खेतों में नहीं लगने देंगे, इस दौरान किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो सीएम आवास का घेराव भी वह करने को मजबूर हो सकते हैं.
सोनीपत के 20 से 25 गांव के किसान अपनी मांगों को लेकर गांव बड़वासनी में वहां पंचायत कर किसानों ने सरकार को चेताया है कि अगर जल्द ही सरकार द्वारा जो हाई वोल्टेज तार खेतों के माध्यम से ले जाए जा रहे हैं उनके पोल जहां पर लगाए गए हैं उस जमीन का मुआवजा दिए जाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह बिजली के पौधों को लगने नहीं देंगे. अगर सरकार फिर भी किसानों की बात को नहीं मानती है तो वह चंडीगढ़ में सीएम आवास का घेराव भी करने के लिए मजबूर हो सकते हैं. किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार को तुरंत इस तरफ जरूरी कदम उठाते हुए मुआवजा रिलीज करना चाहिए.
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किसान नेता अभिमन्यु सिंह कोहाड़ ने कहा कि किसान सरकार के विकास कार्यों का विरोधी नहीं है. सरकार विकास के लिए कोई भूमि अधिग्रहण करती है, तो किसान उसका विरोध नहीं कर रहा हैं, लेकिन शर्त यह है कि कलेक्टर रेट से 4 गुना मुआवजा किसानों को दिया जाए और सरकार सोनीपत से जो बिजली के तारों के लिए हाई वोल्टेज लाइन मंजूर हुई है. उसके लिए किसानों को कोई भी मुआवजा नहीं दिया गया है वही पलवल कुंडली रेलवे लाइन के लिए भी हमारी यही मांग है. वहीं किसानों ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वह सीएम आवास का घेराव करेंगे और सीएम को घर से नहीं निकलने की चेतावनी किसान इस पंचायत में देते हुए नजर आए.