गाजियाबाद के पूर्व अध्यक्ष के घर में चल रहा था काला धंधा, 4 लोग गिरफ्तार
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गाजियाबाद के पूर्व अध्यक्ष के घर में चल रहा था काला धंधा, 4 लोग गिरफ्तार

गाजियाबाद के पूर्व अध्यक्ष के घर में चल रहा था काला धंधा, इस पूरे गिरोह को परवेश अख्तर पाशा जो राजनीतिक पार्टी AIMIM का गाजियाबाद जिले का पूर्व अध्यक्ष हैं. उनके घर से 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 

गाजियाबाद के पूर्व अध्यक्ष के घर में चल रहा था काला धंधा, 4 लोग गिरफ्तार

पीयूष गौर/गाजियाबादः गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ा है, जो आम आदमी की गाढ़ी कमाई को ठग कर लेते थे. पुलिस ने इस जांच में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. AIMIM का पूर्व जिला अध्यक्ष पूरे गिरोह का सरगना था. यह लोग मोबाइल नंबर से कॉल करके बैंक लोन और पॉलिसी के नाम पर लोगों को ठगा करते थे. हैरानी की बात यह है कि पुलिस जांच में सामने आया है कि उन्होंने इस तकनीकी युग में भी फर्जी खाते खुलवाए हुए थे.

पुलिस ने इनके कब्जे से तीन लग्जरी कार, 13 मोबाइल, आधार कार्ड समेत अन्य कागज बरामद किए हैं. ये गिरोह लोगों की खून पसीने की कमाई को बड़े आराम से अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया करते थे. बता दें कि इस पूरे गिरोह को परवेश अख्तर पाशा जो राजनीतिक पार्टी AIMIM का गाजियाबाद जिले का पूर्व अध्यक्ष था और इन्हीं के घर में यह काला धंधा चलाया जा रहा था.

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पकड़े गए आरोपी है विनोद अरोड़ा, सौरव और अमन है. पुलिस की रिपोर्ट मुताबिक, यह लोग टारगेट कॉलिंग किया करते थे, जैसे अगर इन्होंने एक टेलीकॉम कंपनी के नंबर लिए तो उन्हीं के आगे पीछे के नंबर बदल के यह लोग रेंडमली कॉल किया करते थे. लोगों को फंसा कर अपने फर्जी अकाउंट में पैसा जमा करवाया करते थे. पुलिस के मुताबिक, कई लोगों को अब तक चूना लगा चुके हैं पुलिस ने इनके कब्जे से तीन लग्जरी कार बरामद की है जिनमें एमजी हेक्टर स्कॉर्पियो और इको स्पोर्ट है. इसके अलावा 13 मोबाइल फोन और अन्य कागज बरामद किए हैं.

आपको बता दें इस गैंग के मास्टरमाइंड AIMIM के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रवेश पर पहले से 9 मुकदमे कायम है. पुलिस के मुताबिक, उन्हें  लगातार शिकायत मिल रही थी कि आम लोगों को ठगा जा रहा है. अब पुलिस इस मामले में जानकारी हासिल करने में जुटी है कि आखिर इनके फर्जी खाते कैसे खोले कहीं किसी बैंक कर्मचारी की तो इनके साथ मिलीभगत नहीं थी.

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