पानीपथ में करोड़ों रुपये खर्च होने और 3 बड़ी कंपनी होने के बावजूद जिले की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है. यहां पर लगे कूड़े के ढेर स्थानीय लोगों और बच्चों के लिए काफी जानलेवा हैं. पार्षद लोकेश नागरु ने कूड़े के ढेर में आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही है.
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Panipath News: पानीपत जिले में करोड़ों रुपये सफाई व्यवस्था पर खर्च होने और कूड़ा उठाने वाली 3 बड़ी कंपनी होने के बावजूद जिले की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. नहर के पास से नेशनल हाईवे जाने वाले रास्ते पर भी कई किलोमीटर लम्बे कूड़े के ढेर लगे हैं, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. प्रदूषण रोकने के लिए उपायुक्त ने जिले में पराली न जलाने की सख्त हिदायत दे रखी है. इसके बावजूद कूड़ा खत्म करने के लिए सफाई कर्मचारी कूड़े के ढेर में आग लगा रहे हैं. इससे उठने वाला धुआं लोगों खासकर बच्चों के लिए आफत बनता नजर आ रहा है.
कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों ने कही ये बात
जब कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों से बात हुई तो उन्होनें कहा कि छुट्टी के कारण ट्रॉली कम आ रही है. कर्मचारियों का कहना है कि कूड़ा जल्द ही उठा लिया जाएगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि आसपास की कॉलोनी में निगम की रेहड़ी वाले भी यहां कूड़ा फेंककर चले जाते हैं, लेकिन कोई प्रशासनिक अधिकारी सुनवाई नहीं करता. लगभग 7 दिन के बाद कर्मचारी यहां कूड़ा उठाने आए हैं. कूड़े से उठने वाली गंदी बदबू व मच्छरों से बीमारी फैलने का डर बना रहता है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को यहां कूड़ा न फेंकने के बोर्ड लगाने चाहिए. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रशासन पराली जलाने के लिए मना कर रहा है तो कूड़े के ढेर में क्यों आग लगाई जा रही है. उन्होनें अधिकारियों और नेताओं पर मनमर्जी करने का आरोप लगाया.
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पार्षद ने कहा लापरवाह लोगों पर जल्द होगा मुकदमा
छोटे बच्चों स्थानीय नेताओं और अधिकारियों से अपील की कि कूड़े के ढेर में लगी आग लगाने से लोगों को रोका जाए. जब जी मीडिया ने इस बारे में पार्षद लोकेश नागरु से बात की तो उन्होंने मौके पर ही ठेकेदार से बात की. पार्षद ने पूछा कि पिछले दो महीने से कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. फिर भी कूड़ा क्यों नहीं उठाया जा रहा है. उन्होंने यह माना कि सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है. पार्षद ने कहा कि नेता व अधिकारी क्यों सफाई अवस्था की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. लोकेश नागरु ने कूड़े के देर में आग लगने वाले कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही. उन्होंने प्रशासन से कहा कि इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए, तभी यह सफाई कर्मचारी और कंपनियां सुधरेंगे. लोकेश नागरु ने बताया कि पहले भी दो बार मुकदमा दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद 1 साल तक कोई शिकायत नहीं मिली थी, लेकिन अब एक बार फिर से उन्होंने ऐसी ही बात कही है.
Input- Rakesh bhayana