Delhi News: दिल्ली सरकार की अनोखी पहल, सरकारी स्कूलों में इस मजेदार अंदाज से सिखाई जाएगी गणित
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Delhi News: दिल्ली सरकार की अनोखी पहल, सरकारी स्कूलों में इस मजेदार अंदाज से सिखाई जाएगी गणित

Delhi News: गणित सीखने को और मजेदार बनाने के लिए, दिल्ली सरकार सभी सरकारी स्कूलों में "मिशन गणित" की शुरुआत की है. गणित के टीचिंग लर्निंग मटेरियल के दो दिवसीय स्टेट लेवल एक्जीबिशन-प्रतियोगिता ''मैथ इज फन'' का आयोजन किया गया.

Delhi News: दिल्ली सरकार की अनोखी पहल, सरकारी स्कूलों में इस मजेदार अंदाज से सिखाई जाएगी गणित

Delhi News: गणित सीखने को और मजेदार बनाने के लिए, दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने अपने स्कूलों में "मिशन गणित" की शुरुआत की है. इस दिशा में दिल्ली सरकार के राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा त्यागराज स्टेडियम में प्राथमिक व उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए गणित के टीचिंग लर्निंग मटेरियल के दो दिवसीय स्टेट लेवल एक्जीबिशन-प्रतियोगिता ''मैथ इज फन'' का आयोजन किया गया.

गुरुवार को शिक्षा मंत्री आतिशी ने इसका उद्घाटन किया, अलग-अलग स्टाल पर जाकर टीचिंग लर्निंग मटेरियल को देखा और उसके विषय में जाना साथ ही शिक्षकों को इस एक्जीबिशन से अधिक से अधिक सीखकर उसे अपनी कक्षाओं में उपयोग करने के किए प्रोत्साहित किया. SCERT दिल्ली द्वारा आयोजित इस एक्जीबिशन में दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों ने बेहद उत्साह के साथ भाग लिया.

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इस एक्जीबिशन में, दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों ने प्राथमिक से उच्च माध्यमिक सभी कक्षाओं में छात्रों के गणितीय कौशलों को बेहतर करने और उनमें गणित के प्रति रुचि जगाने के उद्देश्य से सीखने के विभिन्न प्रकार के इनोवेटिव मॉडल का प्रदर्शन किया. कक्षाओं में गणित को मनोरंजक बनाने के लिए शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि "ऐसा मौका बहुत कम आता है जब हम गणित के शिक्षकों के काम का जश्न मनाते है, लेकिन आज यह प्रदर्शनी हमारे शिक्षकों की कड़ी मेहनत का जश्न है."

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि 8 साल पहले जब हमने दिल्ली के सरकारी स्कूलों पर काम करना शुरू किया था तो बच्चों के बैठने के लिए डेस्क नहीं होते थे, ब्लैकबोर्ड टूटे होते थे, पीने का पानी नहीं होता था, स्कूल में शौचालय की व्यवस्था नहीं थी. इतनी सारी समस्याओं को देखकर यह समझ नहीं आता था कि बच्चों को गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था कैसे मुहैया करा पायेंगे? 8 साल से दिल्ली की सरकार ने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के लीडरशिप में शिक्षा को महत्व देते हुए बहुत काम किए गए.

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उन्होंने कहा कि अब दिल्ली सरकार देश की इकलौती ऐसी सरकार है जो लगातार 8 साल से अपने कुल बजट का लगभग 25% शिक्षा पर खर्च करती है. उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में सरकार और शिक्षकों ने जितनी मेहनत किया है आज उसी का नतीजा है कि जहां दूसरे राज्यों में लोग अपने बच्चों का सरकारी स्कूलों से नाम कटवा कर प्राइवेट स्कूल में दाखिला करवा रहे है वही दिल्ली इकलौता ऐसा राज्य है, जहां पेरेंट्स अपने बच्चों का दाखिला प्राइवेट से सरकारी स्कूलों में करवा रहे है.

शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अच्छी बिल्डिंग और बुनियादी सुविधाएं तो जरूरी है, लेकिन असली एजुकेशन वो होती हैं जब एक शिक्षक क्लासरूम में खड़े होकर बच्चों को सिखाता है और बच्चों के पढ़ाई को सरल बना देता है. उन्होंने कहा कि मुझे इन टीएलएम को देखकर आज बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने की दिशा में हमारी क्लासरूम टीचिंग बहुत ऊँचे स्तर पर पहुंच चुकी है.

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शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि गणित एक ऐसा विषय है जिससे बच्चों के साथ साथ एडल्ट्स को भी डर लगता है। ऐसे में हमें गणित को डांस, म्यूजिक की तरह मनोरंजन बनाने की जरूरत है, अपने क्लास रूम में गणित के लिए ऐसा वातावरण बनाने की जरूरत है कि बच्चा गणित को भी खुश होकर खेल-खेल में सीखें. शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज टीचिंग लर्निंग मटेरियल कम्पटीशन का आयोजन किया गया है वो एक बहुत बड़ी शुरुआत है जो बच्चों के मन से गणित के डर को खत्म कर देगा.

उन्होंने ने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि जब हमारे टीचर्स से टीचिंग लर्निंग मटेरियल बनाया है वो बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षकों ने जिस प्रकार से गणित की अवधारणाओं को टीएलएम के जरिए इतना आसान बनाया है वो काबिले तारीफ है क्योंकि अधिकांश बच्चों में ये देखने को मिलता है कि वो गणित के कई कॉनसेप्ट्स टॉपिक से बहुत डरते है और वही से उनका गणित से मोह भंग हो जाता है.

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शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि हम देशभर में कही भी जाए और जहां-जहां सरकारी स्कूलों में समस्या होती है तो या उस स्कूल का परफॉरमेंस अच्छा नहीं होता तो सबसे पहले शिक्षकों को दोषी ठहराया जाता है कि टीचर पढ़ना नहीं चाहते, लेकिन आज दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल के शिक्षकों ने टीचर लर्निंग मटेरियल एक्सीबिशन किया है इसे पूरे देश को एक संदेश दिया है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षक सबसे अलग हैं.

उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे शिक्षक इसी तरह से अगर गणित बच्चों को पढ़ाते है तो आने वाले समय में इसका असर जरुर दिखेगा. दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चे इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ कर केवल अपने स्कूल और दिल्ली का नाम रोशन करेंगे बल्कि देश का भी नाम रोशन करेंगे. मैं उम्मीद करती हूँ कि आज हमने इस एक्ज़ीबिशन में सीखने-सिखाने के जो इनोवेटिव तरीके देखे उसका इस्तेमाल आप सभी अपने क्लासरूम में करें और गणित को और मजेदार बनाए.

बता दें कि इस प्रतियोगिता में दिल्ली सरकार के 1000 से अधिक स्कूलों के लगभग 9800 शिक्षकों ने भाग लिया और स्कूल, जोन, जिला और राज्य स्तर पर कम्पटीशन किया. कम्पटीशन के अंत में चयनित फाइनलिस्ट्स के टीएलएम को त्यागराज स्टेडियम में आयोजित एक्जीबिशन में शामिल किया गया.

(इनपुट- बलराम पांडेय)

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