Delhi Crime: 2015 में बिल्डर की हत्या की कोशिश में वांटेड अपराधी गिरफ्तार, गाजियाबाद में छिपा था आरोपी
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Delhi Crime: 2015 में बिल्डर की हत्या की कोशिश में वांटेड अपराधी गिरफ्तार, गाजियाबाद में छिपा था आरोपी

Delhi Crime Hindi News: क्राइम ब्रांच की टीम ने अपराधी 38 वर्षीय अंशु गुप्ता निवासी खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को दिल्ली उत्तम नगर के विशु विहार से गिरफ्तार किया है. अपराधी थाना जनकपुरी के हत्या के प्रयास के मुकदमे सहित कई अन्य अपराधिक मामलों में फरार चल रहा था

Delhi Crime: 2015 में बिल्डर की हत्या की कोशिश में वांटेड अपराधी गिरफ्तार, गाजियाबाद में छिपा था आरोपी

Delhi Crime News: दिल्ली क्राइम ब्रांचो को बड़ी सफलता हाथ लगी है. हत्या समेत कई आपराधिक मामलों में फरार आरोपी अंशु गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 

क्राइम ब्रांच की टीम ने अपराधी 38 वर्षीय अंशु गुप्ता निवासी खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को दिल्ली उत्तम नगर के विशु विहार से गिरफ्तार किया है. अपराधी थाना जनकपुरी के हत्या के प्रयास के मुकदमे सहित कई अन्य अपराधिक मामलों में फरार चल रहा था. जिसे कई धाराओं के तहत दिल्ली में उदघोषित अपराधी घोषित किया गया था. 

क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली थी कि कई अपराधिक मामलों में वांछित एक फरार आरोपी अंशु गुप्ता गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में आएगा. अगर समय पर जाल बिछाया जाए तो उसे वहां से पकड़ा जा सकता है. इसी के आधार पर क्राइम ब्रांच द्वारा सहायक आयुक्त विवेक त्यागी की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया था. जिसका नेतृत्व निरीक्षक आलोक कुमार मुखबिर की निशानदेही पर जाल बिछाया गया और आरोपी अंशु गुप्ता को पकड़ लिया गया. लगातार पूछताछ के बाद उसने अपना नाम अंशु गुप्ता बताया. आरोपी गिरफ्तारी और मामलों की सुनवाई से बचने के लिए खोड़ा कॉलोनी में किराए के घर में छिपा हुआ था. पूछताछ और जांच करने पर वह कई मामलों में आपराधी पाया गया.

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पूछताछ के दौरान आरोपी अंशु गुप्ता ने बताया कि साल 2015 में उसके दोस्त दीपक का एक बिल्डर गौतम के साथ प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था. दीपक की मदद करने के लिए उसने अपने साथी गौरव के साथ मिलकर बिल्डर गौतम के साथ मारपीट कर दी थी. इस संबंध में बिंदापुर थाने में आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था. बाद में उसे इस मामले में जमानत मिल गई और जमानत अवधि पूरी होने के बाद उसने संबंधित प्राधिकारी के समक्ष समर्पण नहीं किया और बाद में उसे अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया. 

Input: राजकुमार भाटी 

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