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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया है. बॉर्डर पर आगे का फैसला दिल्ली के लोगों से मिले सुझाव के आधार पर किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सभी की है. दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं सबसे बेहतर होने के कारण देश भर से लोग इलाज कराने यहां आते हैं. दिल्ली किसी का इलाज करने से मना नहीं कर सकती है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर खोलने पर कोविड बेड जल्दी भर सकते हैं. इस कारण से बॉर्डर खोलने पर मुझे जनता का मार्गदर्शन और सुझाव चाहिए.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार को शुक्रवार (5 जून) को शाम 5 बजे तक आपके सुझावों का इंतजार रहेगा. आप अपने सुझाव वॉट्सएप नंबर 8800007722 या ईमेल- delhicm.suggestions@gmail.com पर भेज सकते हैं. इसके अलावा आप हेल्पलाइन नंबर 1031 पर कॉल करके भी आपने सुझाव रिकॉर्ड करा सकते हैं. फिलहाल, एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील कर रहे हैं. इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी. सरकारी कार्यालय के कर्मचारी अपना आईकार्ड दिखा कर आ-जा सकेंगे. अन्य लोग भी पास से आ-जा सकेंगे. उन्होंने कहा कि हम आप सभी से मिले सुझावों पर विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद अगले सप्ताह ठोस फैसला लेंगे.
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केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि आज से लॉकडाउन का अगला चरण शुरू हो रहा है. केंद्र सरकार ने अपनी नई गाइडलाइन भेजी है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, जो भी ढील देने के निर्णय लिए हैं, उस पर दिल्ली सरकार ने कुछ फैसले लिए हैं. केजरीवाल ने कहा कि अभी तक जितनी चीजें खोली जा चुकी है, वह खुली रहेंगी. इसके अलावा, बार्बर और सैलून की दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया है. अभी स्पा नहीं खोले जाएंगे. ऑटो, ई-रिक्शा समेत सभी ग्रामीण सेवा में कुछ दिक्कत आ रही थीं. मसलन, आटो में एक बार में एक ही सवारी बैठने की अनुमति थी. यदि एक परिवार में पति, पत्नी और एक बच्चा घर से निकलते हैं, तो तीनों को अलग-अलग आटो में बैठना पड़ रहा था. इन दिक्कतों की वजह से लोगों के कई सुझाव आए थे.
वहीं, अब केंद्र सरकार ने भी नई गाइडलाइन में इस पर कोई प्रतिबंध नहीं रखा है. इसलिए दिल्ली सरकार भी इन प्रतिबंधों को हटा रही है. केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि रात को 9 बजे से सुबह 5 बजे तक आवश्य सेवाओं के अलावा कोई अन्य बाहर नहीं निकलेगा. दिल्ली सरकार भी इस फैसले को लागू करने जा रही है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्केट में अभी तक हम लोगों ने ऑड-ईवन लागू किया था. जिसमें एक दिन ऑड और दूसरे दिन ईवन नंबर की दुकानें खुल रही थीं. अब केंद्र सरकार की गाइडलाइन में इस तरह की कोई शर्त नहीं है. इसलिए अब मार्केट में सभी दुकानें खुलेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सप्ताह जब हमने आप लोगों से बात की थी, तब मैने यह कहा था कि दिल्ली में 2100 मरीज हैं, लेकिन 6600 बेड के इंतजाम हैं और 5 जून तक 9500 बेड का इंतजाम और हो जाएगा. दिल्ली में आज की तारीख में अभी करीब 2300 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. किस अस्पताल में बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन उपलब्ध है, इसके बारे में आपको अब ऐप की मदद से पता चल जाएगा. ऐप को हम मंगलवार को लॉन्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दिल्ली में मिलती हैं इसलिए देश भर से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं.
केजरीवाल ने कहा कि जैसे ही हम बॉर्डर खोलेंगे, देश भर से लोग दिल्ली में इलाज कराने के लिए आएंगे. हमने 9500 बेड का इंतजाम किया है और दिल्ली में आज की तारीख में केवल 2300 मरीज भर्ती हैं. लेकिन यदि बॉर्डर खोल दिए और देश भर से लोग इलाज कराने के लिए दिल्ली आ गए, तो पूरे बेड दो दिन के अंदर ही भर जाएंगे. मुख्यमंत्री ने दिल्ली निवासियों से पूछा कि ऐसे में हमें क्या करना चाहिए? क्या बॉर्डर खोलने चाहिए या नहीं खोलने चाहिए? कुछ लोगों का कहना है कि बॉर्डर खोल देने चाहिए, लेकिन दिल्ली के अस्पतालों को केवल दिल्ली में रहने वाले लोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाएं. आप हमें इस बारे में सुझाव भेजें. हमें आपके सुझावों का शुक्रवार को शाम 5 बजे तक इंतजार रहेगा. सुझावों के आधार पर अगले सप्ताह हम इस बारे में एक ठोस फैसला ले पाएंगे.