विकास दिव्यकीर्ति बोले- हमसे चूक हुई लेकिन नीयत खराब नहीं... दिल्ली में दृष्टि IAS कोचिंग का बेसमेंट भी सील
Advertisement
trendingNow12361029

विकास दिव्यकीर्ति बोले- हमसे चूक हुई लेकिन नीयत खराब नहीं... दिल्ली में दृष्टि IAS कोचिंग का बेसमेंट भी सील

Vikas Divyakirti News: दृष्टि IAS के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने ओल्ड मुखर्जी नगर की घटना पर पहली बार बोलते हुए कहा कि 'हमसे चूक हुई है लेकिन वो चूक ऐसी नहीं थी कि हमारी नीयत खराब रही हो...'

विकास दिव्यकीर्ति बोले- हमसे चूक हुई लेकिन नीयत खराब नहीं... दिल्ली में दृष्टि IAS कोचिंग का बेसमेंट भी सील

Drishti IAS Coaching: दिल्ली में जिन कोचिंग सेंटर्स के बेसमेंट सील किए गए, उनमें मुखर्जी नगर का दृष्टि IAS भी शामिल है. एक दिन बाद, कोचिंग संस्थान के मालिक विकास दिव्यकीर्ति सामने आए हैं. उन्होंने ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से छात्रों की मौत की घटना के बाद पैदा हुए आक्रोश को जायज बताया. दिव्यकीर्ति ने यह भी कहा, 'हमसे चूक हुई है लेकिन वो चूक ऐसी नहीं थी कि हमारी नीयत खराब रही हो... लेकिन नियमों के स्तर पर चूक हुई है...'

अपने संस्थान के खिलाफ दिल्ली नगर निगम (MCD) की कार्रवाई के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए दिव्यकीर्ति ने बयान जारी करने में देरी पर खेद जताया. दिव्यकीर्ति ने X पर कहा, 'हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की. दरअसल, हम अधूरी जानकारी के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहते थे. इस देरी के लिए हम हृदय से क्षमा चाहते हैं.'

'चाहे हमें दिल्ली छोड़नी पड़े...'

विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, '...मैं खुलकर मानता हूं कि इसमें कोचिंग सेंटर की जिम्मेदारी बनती है, संयोग की बात है कि यह हादसा कहीं और हुआ, यह कहीं भी हो सकता था. इसे ठीक करना सभी संस्थानों की जिम्मेदारी है, मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने को तैयार और तत्पर हूं. मैं स्पष्ट करता हूं कि किसी भी सूरत में दिल्ली में जिन चीजों  की इजाजत नहीं है वह हम नहीं करेंगे, चाहे हमें दिल्ली छोड़नी पड़े, चाहे कहीं और जाना पड़े लेकिन जो भी स्वीकृत इमारतें होंगी हम वहीं काम करेंगे.'

यह भी देखें: अभिषेक गुप्ता कौन हैं? जिनके RAU IAS कोचिंग सेंटर ने लील ली 3 UPSC एस्पिरेंट्स की जिंदगी

'समस्या उतनी सरल नहीं' 

दिव्यकीर्ति ने विभिन्न एजेंसियों के कानूनों में 'अस्पष्टता और विरोधाभास' होने का दावा करते हुए यह भी कहा कि कोचिंग संस्थानों से जुड़ी यह समस्या उतनी सरल है नहीं जितनी दिखती है. दिव्यकीर्ति ने आरोप लगाया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और दिल्ली अग्निशमन विभाग के नियमों में विसंगतियां हैं. उन्होंने कहा, 'कोचिंग संस्थानों से जुड़ी यह समस्या उतनी सरल नहीं है जितनी दिखती है. इसके कई पहलू हैं जो कानूनों की अस्पष्टता और विरोधाभास से जुड़े हैं. डीडीए, एमसीडी और दिल्ली अग्निशमन विभाग के नियमों में विसंगति है.'

प्रदर्शन कर रहे बच्चों से मिलूंगा: विकास दिव्यकीर्ति

स्टूडेंट्स के प्रदर्शन पर दृष्टि IAS के विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, 'जो विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं ऐसे 3-4 बच्चों से मेरी आज बात हुई है. आज (मंगलवार) दिल्ली उपराज्यपाल ने बैठक बुलाई थी जिसमें मैं भी गया था. उस बैठक के दौरान कुछ बच्चों से मेरी बात हुई. अब मुझे लगता है कि सहजता है और आज या कल मैं बच्चों से मिलूंगा.' दिव्यकीर्ति ने कहा, 'ये मामला अभी दिल्ली के उपराज्यपाल देख रहे हैं. उस बैठक में दिल्ली सरकार का कोई मंत्री नहीं था. अधिकारी बहुत सारे थे…एक छोटी कमेटी बनाई गई है जिसमें मैं भी हूं. अगले कुछ दिनों में हम लोग बैठक करके इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की कोशिश करेंगे.'

क्या दिल्ली पुलिस RAU IAS कोचिंग सेंटर के असली मालिक को बचा रही है?

छात्रों का प्रदर्शन जारी, 'राव कोचिंग' के बाहर भूख हड़ताल

घटना के विरोध में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है. मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर लोक सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स ने मंगलवार को राव कोचिंग सेंटर के बाहर बेमियादी भूख हड़ताल शुरू की. भूख हड़ताल पर बैठी एक युवती ने कहा, 'कहीं न कहीं हमें उम्मीद थी कि प्रशासन हमारी बात सुनेगा, यूपीएससी कोचिंग लॉबी हमारी बात सुनेगी, अधिकारी हमारी बात सुनेंगे, लेकिन चार दिन बाद हमें एहसास हुआ कि इस प्रदर्शन से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.' 

उन्होंने कहा, 'हमें गंभीरता से नहीं लिया जाता. सिर्फ इसलिए कि हम अभ्यर्थी हैं, वे सोचते हैं कि हम टूट जाएंगे और कुछ दिनों बाद हम अपनी पढ़ाई पर फिर से ध्यान देने लगेंगे. इसलिए हम यहां यह सुनिश्चित करने के लिए आए हैं कि न्याय मिलने तक यह मुद्दा खत्म न हो.’’

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने बताया कि मुख्य मांगों में पीड़ित परिवारों को पांच करोड़ रुपये का मुआवजा, घटना में दर्ज प्राथमिकी का पूरा ब्यौरा, समिति द्वारा एक निश्चित समय सीमा के भीतर रिपोर्ट जमा करना और पूरी दिल्ली में पुस्तकालयों और कक्षाओं के लिए बेसमेंट के इस्तेमाल पर रोक लगाना शामिल है.

यह भी पढ़ें: 'मेरे पति ने नहीं तोड़ा कोई नियम', ओल्ड राजेंद्र नगर घटना में एसयूवी ड्राइवर की पत्नी ने सिस्टम पर उठाए सवाल

एमसीडी ने कोचिंग संस्थानों के 29 बेसमेंट सील किए

एमसीडी ने मंगलवार को मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के सात और बेसमेंट सील कर दिए, जबकि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के राजधानी एन्क्लेव और पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में एक-एक बेसमेंट सील किया गया है. इसके साथ ही, MCD ने बिल्डिंग बाईलॉज का कथित तौर पर उल्लंघन कर चल रहे कोचिंग संस्थानों के 29 बेसमेंट पर रविवार से कार्रवाई की है.

बयान के अनुसार, मंगलवार को राजेंद्र नगर में जिन कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई की गई उनमें आईएएस गुरुकुल तथास्तु, ऑफिसर्स आईएएस अकादमी, फोरम आईएएस, साइकी वर्ल्ड आईएएस, संचेतना आईएएस, प्रिशा आईएएस, पथ अकादमी और दृष्टि आईएएस शामिल हैं. बयान में कहा गया कि एमसीडी ने प्रीत विहार और राजधानी एन्क्लेव में स्थित क्रमशः संस्कृति अकादमी और प्रथम इंस्टिट्यूट के बेसमेंट पर भी कार्रवाई की है. (एजेंसी इनपुट्स)

Trending news