'न्याय यात्रा' या लोकसभा की दौड़, यूं ही 6200Km नहीं चलेगी कांग्रेस.. रास्ते में पड़ेंगी 355 सीटें?
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'न्याय यात्रा' या लोकसभा की दौड़, यूं ही 6200Km नहीं चलेगी कांग्रेस.. रास्ते में पड़ेंगी 355 सीटें?

Bharat Nyay Yatra: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर जनता के बीच जाने की तैयारियों में जुट गई है. 'भारत जोड़ो यात्रा' की तरह अब कांग्रेस ‘भारत न्याय यात्रा’ निकालेगी. इसका रूट और टाइमिंग सब सेट हो चुका है.

'न्याय यात्रा' या लोकसभा की दौड़, यूं ही 6200Km नहीं चलेगी कांग्रेस.. रास्ते में पड़ेंगी 355 सीटें?

Bharat Nyay Yatra: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर जनता के बीच जाने की तैयारियों में जुट गई है. 'भारत जोड़ो यात्रा' की तरह अब कांग्रेस ‘भारत न्याय यात्रा’ निकालेगी. इसका रूट और टाइमिंग सब सेट हो चुका है. पिछली बार की तरह इस बार भी राहुल गांधी इस यात्रा की कमान संभालेंगे. कांग्रेस की ‘भारत न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी. गौर करने वाली बात यह है कि कांग्रेस यात्रा खत्म करते-करते 355 लोकसभा सीटों को भी कवर कर लेगी.

कांग्रेस की ‘भारत न्याय यात्रा’ का रूट

कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा की कि पार्टी नेता राहुल गांधी की अगुवाई में 14 जनवरी से 20 मार्च तक मणिपुर से मुंबई (पूरब से पश्चिम) तक ‘भारत न्याय यात्रा’ आयोजित की जाएगी. इस यात्रा के दौरान 14 राज्यों और 85 जिलों में छह हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की जाएगी. ‘भारत न्याय यात्रा’ मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी और 6,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. इस यात्रा में कांग्रेस जिन राज्यों से होकर गुजरेगी वहां बीते कुछ चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशजनक रहा है. इस लिहाज से कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने अपनी ‘भारत न्याय यात्रा’ का रूट अच्छे होमवर्क के बाद फिक्स किया है.

‘हैं तैयार हम’

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत न्याय यात्रा’ निकालेगी.’ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 14 जनवरी को इम्फाल से यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में 28 दिसंबर को बड़ी रैली निकाली जाएगी. रैली का नाम होगा ‘हैं तैयार हम’ और इसके जरिये कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकेगी.

..कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी

रमेश ने कहा कि ‘भारत न्याय यात्रा’ में देश के लोगों के लिए आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा. पार्टी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को कहा, ‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने इंफाल (मणिपुर) से मुंबई (महाराष्ट्र) तक 14 जनवरी से 20 मार्च तक ‘भारत न्याय यात्रा’ आयोजित करने का निर्णय किया है.’ इस यात्रा में देश की महिलाओं, युवाओं और वंचित समुदाय के लोगों से बातचीत की जाएगी. ‘भारत न्याय यात्रा’ ज्यादातर बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी.

..यात्रा की घोषणा की गई

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि पार्टी नेता राहुल गांधी को पूरब से पश्चिम तक 21 दिसंबर से दूसरे चरण की यात्रा करनी चाहिए. जिसके बाद इस यात्रा की घोषणा की गई है. यात्रा मणिपुर से प्रारंभ करने के कारण के बारे में पूछे जाने पर वेणुगोपाल ने कहा कि यह देश का महत्वपूर्ण हिस्सा है, साथ ही पार्टी उस पूर्वोत्तर राज्य के लोगों के ‘जख्मों पर मरहम’ लगाने की प्रक्रिया शुरू करना चाहती है. मणिपुर में तीन मई को हिंसा शुरू होने के बाद से कुकी और मेइती समुदाय के लोगों के बीच जातीय संघर्ष में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 60,000 से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं.

यात्रा में छिपा है ये संदेश

रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान आर्थिक असमानता, ध्रुवीकरण और तानाशाही के मुद्दे उठाए थे, वहीं ‘न्याय यात्रा’ में देश के लोगों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में एकता, प्रेम और सौहार्द का संदेश फैलाने के पश्चात गांधी अब देश के लोगों के लिए न्याय मांगेंगे.’ रमेश ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जहां संविधान की प्रस्तावना के मूल ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व' के इर्द-गिर्द केन्द्रित थी, वहीं ‘भारत न्याय यात्रा’ प्रस्तावना के पहले स्तंभ न्याय- सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पर केन्द्रित है.’

यात्रा में दिखेगी इंडिया अलायंस की ताकत

उन्होंने कहा, ‘संविधान पर लगातार हमलों को सफल होने नहीं दिया जाएगा.’ यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के अन्य धड़े इस यात्रा में शामिल होंगे, वेणुगोपाल ने कहा कि कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है. रमेश ने बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया था. 

कैसी रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी. गांधी की 136 दिनों की इस यात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी. यात्रा के दौरान गांधी ने 12 बैठकें, 100 से अधिक नुक्कड़ बैठकें की थीं और 13 संवाददाता सम्मेलनों को संबोधित किया था.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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