Tawang Clash: तवांग में चीन की बुजदिली पर उमर अब्दुल्ला को याद आए वाजपेयी, सरकार के लिए कह दी ये बात
Advertisement
trendingNow11484067

Tawang Clash: तवांग में चीन की बुजदिली पर उमर अब्दुल्ला को याद आए वाजपेयी, सरकार के लिए कह दी ये बात

Tawang Clash update: अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छा रिश्ता स्थापित करने में नाकाम हैं. पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है.

Tawang Clash: तवांग में चीन की बुजदिली पर उमर अब्दुल्ला को याद आए वाजपेयी, सरकार के लिए कह दी ये बात

Tawang Clash latest update: अरुणाचल प्रदेश में एलएसी के समीप तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में चीन के सैनिकों की घसुपैठ की नाकाम कोशिश पर विवाद बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है. विपक्ष ने केंद्र चीन की इस नापाक कोशिश को केंद्र की नाकामी बताया है. इस क्रम में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी केंद्र पर निशाना साधा है. उन्होंने दोनों देशों के खराब हो रहे रिश्ते पर केंद्र को घेरा. 

उमर अब्दुल्ला ने केंद्र को घेरा

अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छा रिश्ता स्थापित करने में नाकाम हैं. पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है. चीन के साथ भी बात बनती नहीं दिख रही. अभी तक लद्दाख में वो (चीनी सैनिक) पूरी तरह से वापिस नहीं गये और आज खबर आ रही है कि अरुणाचल प्रदेश में भी कुछ हाथपाई हुई है.

अटल बिहारी वाजपेयी को किया याद

उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने (अटल बिहारी वाजपेयी) कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं.. पड़ोसी नहीं. हम अपने पड़ोसी बदल नहीं सकते लेकिन उनके साथ एक अच्छा रिश्ता बना सकते हैं. अब्दुल्ला ने कहा कि लेकिन ताली एक हाथ से नहीं बजती, दो हाथों से बजती है. चीन की भी जिम्मेदारी बनती है की वो हमारे साथ अच्छा रिश्ता बनाए और इस तरह की हरकतों को बंद करे.

राजनाथ सिंह ने क्या कहा?

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलएसी की घटना को लेकर लोकसभा में कहा कि 9 दिसंबर को पीएलए के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में एलएसी के पार घुसपैठ (“अतिक्रमण”) की और एकतरफा रूप से यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया. भारतीय सैनिकों ने चीन की इस कोशिश का "दृढ़ता से" विरोध किया और इस फेसऑफ़ में हाथापाई ("हाथापाई") हुई. रक्षा मंत्री ने कहा, 'हमारी सेना ने बड़ी बहादुरी के साथ पीएलए की घुसपैठ को रोका और उन्हें अपनी चौकी पर लौटने के लिए मजबूर किया.'

झड़प में दोनों तरफ के सैनिक घायल

उन्होंने कहा कि झड़प में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को कुछ चोटें आईं, लेकिन कोई भी भारतीय सैनिक नहीं मारा गया या गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ. इसके बाद सेना के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर को अपने चीनी समकक्ष के साथ फ्लैग मीटिंग की. जहां चीनी पक्ष से सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा गया. राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनयिक स्तर पर भी चीनी पक्ष के साथ इस मामले को उठाया गया है.

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Trending news