Sasaram News: सासाराम में बन रहे अस्पताल की खास बात यह है कि यहां गर्भवती महिलाओं का इलाज, साथ ही नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी की सुविधाएं भी दी जाती हैं. इसके अलावा कम वजन वाले नवजात बच्चों की देखभाल के लिए यहां अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.
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सासाराम: सासाराम में 24 करोड़ की लागत से बना मातृ-शिशु अस्पताल गरीबों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. यह अस्पताल आधुनिक सुविधाओं से लैस है और एक ही छत के नीचे जच्चा-बच्चा का संपूर्ण इलाज प्रदान कर रहा है. इससे न केवल गरीबों को राहत मिली है, बल्कि यह संस्थागत प्रसव को भी बढ़ावा दे रहा है. अस्पताल में आधुनिक चिकित्सा उपकरण, रूम हीटर, एयर कंडीशनर और लिफ्ट जैसी सुविधाएं हैं, जो मरीजों और उनके परिजनों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं.
विश्वस्तरीय इलाज और सुविधाएं
जानकारी के अनुसार इस अस्पताल की विशेषता यह है कि यहां प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं का इलाज, साथ ही सिजेरियन और नॉर्मल डिलीवरी की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा कम वजन वाले नवजात बच्चों की देखभाल के लिए उच्च तकनीकी सुविधाएं भी यहां मौजूद हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बी.के. पुष्कर के अनुसार अस्पताल में हर तरह के चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, जो गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए आवश्यक हैं.
पहले की तुलना में बेहतर सुविधा
ज्ञानती देवी ने बताया कि पहले हमें छोटे-मोटे इलाज के लिए निजी क्लीनिकों में जाना पड़ता था, लेकिन अब हम एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं प्राप्त कर पा रहे हैं. यहां की सुविधाएं बहुत ही बेहतरीन हैं. परिजन चंदन कुमार ने कहा कि यह अस्पताल गरीबों के लिए बहुत बड़ा तोहफा है, अब हमें कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ती.
संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी
मातृ-शिशु अस्पताल के निर्माण से संस्थागत प्रसव की दर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. अस्पताल में प्री-प्रेगनेंसी से लेकर डिलीवरी के बाद तक सभी तरह के इलाज की सुविधा उपलब्ध है. यहां के डॉक्टरों का मानना है कि यह अस्पताल न केवल महिलाओं और बच्चों के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बड़ी मदद है.
अस्पताल की व्यवस्थाएं और समाज पर असर
यह अस्पताल केवल एक स्वास्थ्य सुविधा नहीं बल्कि समाज की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रहा है. यहां पर मरीजों के रुकने तक की व्यवस्था भी की गई है, खासकर ठंडे मौसम में रूम हीटर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. यह अस्पताल गरीबों के लिए एक नई उम्मीद बन चुका है, जो सासाराम और आसपास के क्षेत्र में स्वस्थ्य देखभाल के क्षेत्र में सुधार लाने का काम कर रहा है. सासाराम का यह अस्पताल गरीबों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रहा है और इसके चलते अब अधिक महिलाएं संस्थागत प्रसव की ओर बढ़ रही हैं, जिससे क्षेत्र में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी आई है.
इनपुट - अमरजीत कुमार
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