Trending Photos
Astro Tips: ज्योतिष में नवग्रह बताए गए हैं जो चंद्र, सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु हैं. इन ग्रहों के प्रभाव को आप किसी भी जातक की कुंडली में देख सकते हैं. बता दें कि कुंडली में अगर किसी भी ग्रह की स्थिति खराब हो या वह नीच का हो तो जातक के जीवन में इसका अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है. ऐसे में जब-जब ग्रह चाल बदलते हैं जातक के जीवन पर इसका असर साफ देखने को मिलता है.
ऐसे में कुंडली में ग्रहों के दोष को दूर करने के उपाय भी ज्योतिष में बताए गए हैं. इन उपायों को करने से ग्रहों का अशुभ प्रभाव समाप्त होता है और ये ग्रह शुभ फल देने लगते हैं. ऐसे में पहले किसी जानकार ज्योतिष से अपनी कुंडली का अध्ययन कराएं फिर इसके हिसाब से जिन ग्रहों की स्थिति कुंडली में अशुभ हो उनका उपाय करवाना चाहिए.
ये भी पढ़ें- मूलांक 1 के जातकों के जीवन पर कैसा होता है सूर्य का प्रभाव, जानें इनके बारे में
ऐसे में आपको बता दें कि ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा मन का कारक है. ऐसे में चंद्र दोष अगर कुंडली में हो तो जातक को मानसिक परेशानियां घेरे रहती है. ऐसे में हर महीने की पूर्णिमा को व्रत करना और रात में उस दिन चंद्र देव को जल अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही सफेद वस्तुएं जैसे- चावल, शक्कर, दूध आदि का दान भी इसमें काफी फायदेमंद होता है.
वहीं मंगल के दोष के लिए लाल मसूर की दाल, लाल रंग की वस्तुओं का दान आदि करना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन भात पूजन करने से भी मंगल दोष दूर होता है.
बुध के दोष को दूर करने के लिए गणेश जी को इस दिने दूर्वा चढ़ाना चाहिए, साथ ही इस दिन हरे रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए. वहं गुरु या बृहस्पति के दोष को दूर करने के लिए गुरुवार को भगवान विष्णु को केले का भोग लगाना और केस, हल्दी मिले जल से उनका अभिषेक करना बताया गया है.
शुक्र ग्रह के दोष को दूर करने के लिए शुक्रवार को शुक्र का बीज मंत्र जाप करें, मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें और फिर उन्हें गुलाबी रंग के फूल समर्पित करें. सूर्य का दोष अगर कुंडली में हो तो सूर्य देव को नियमित जल डालें. जल तांबे के लोटे से डालें. जल में लाल कुमकुम, फूल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें.
शनिदोष को दूर करने के लिए शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीया जलाएं. गरीबों, मजदूरों और कुष्ठ रोगियों को खाना खिलाएं उनकी सेवा करें. साथ ही काली चीजों का दान करें. वहीं राहु दोष के लिए शिव की नियमित पूजा फलदायी है. नाग-नागिन का चांदी का जोड़ा शिवलिंग पर अर्पित करें या बहते जल में प्रवाहित कर दें. वहीं केतु के लिए काले सफेद कुत्ते को पालें. कुले को बेसन का लड्डू खिलाएं. गरीब को सफेद कपड़े दान करें.