Jharkhand: रांची के शिक्षक ने सबसे लंबी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्लास लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया
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Jharkhand: रांची के शिक्षक ने सबसे लंबी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्लास लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया

Jharkhand: राजधानी रांची स्थित संत जेवियर्स स्कूल के शिक्षक संतोष कुमार ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की सबसे लंबी क्लास लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने लगातार 48 घंटे 20 मिनट तक क्लास ली. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की रिकॉर्ड प्रबंधन टीम द्वारा पूर्ण तकनीकी मूल्यांकन के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा होगी.

Jharkhand: रांची के शिक्षक ने सबसे लंबी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्लास लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया

रांची: राजधानी रांची स्थित संत जेवियर्स स्कूल के शिक्षक संतोष कुमार ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की सबसे लंबी क्लास लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने लगातार 48 घंटे 20 मिनट तक क्लास ली. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की रिकॉर्ड प्रबंधन टीम द्वारा पूर्ण तकनीकी मूल्यांकन के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा होगी.

संतोष कुमार रांची के डोरंडा स्थित संत जेवियर्स स्कूल में कंप्यूटर साइंस विभाग के एचओडी हैं. उन्होंने रविवार सुबह स्कूल के लैब में वर्ल्ड क्लास की शुरुआत की थी, जो मंगलवार सुबह 9.23 बजे तक चली. रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने पहले गिनीज बुक के मैनेजमेंट के पास आवेदन किया था. उन्हें 30 से 40 घंटे क्लास लेने का टारगेट मिला था, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से 48 घंटे का लक्ष्य तय किया था और इसे उन्होंने सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया.

रिकॉर्ड बनाने की इस प्रक्रिया की निगरानी में अलग-अलग क्षेत्रों से 30 गवाह प्रतिनियुक्त किए गए थे. पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई. गिनीज बुक की ओर से तय किए गए मापदंड के अनुसार कुल 13 बैचों में 330 छात्र क्लास में शामिल हुए. हर बैच चार-चार घंटे का था. रिकॉर्ड बनाने के इस टारगेट को पूरा करने में स्कूल के प्रबंधन ने कंप्यूटर लैब में सारी व्यवस्था उपलब्ध कराई थी. संतोष कुमार के पहले 24 घंटे तक सबसे लंबी कक्षा लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड था. इस उपलब्धि पर संत जेवियर्स स्कूल के प्रेसिडेंट फादर अजीत कुमार खेस ने उन्हें सम्मानित किया. छात्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें मंच तक पहुंचाया. 

संतोष कुमार ने कहा कि इस कीर्तिमान को स्थापित करने की प्रेरणा उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली. उन्होंने कहा कि जब यूएनओ में प्रधानमंत्री ने योग करने का रिकॉर्ड बनाया था, तब से ही अपने राज्य के लिए मुझे भी कुछ करने की चेतना जगी. जुलाई में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आवेदन दिया था, जो नवंबर में स्वीकृत हुआ. उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के चार मंत्र हैं- कुछ भी असंभव नहीं है, अभ्यास ही कुंजी है, हार न मानें, विश्वास रखें कि आप हासिल कर लेंगे. 

इनपुट- आईएएनएस के साथ 

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