पुलिस प्रशासन ने चलाया सड़क सुरक्षा अभियान, लोगों को किया जागरूक
Advertisement

पुलिस प्रशासन ने चलाया सड़क सुरक्षा अभियान, लोगों को किया जागरूक

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले अस्पताल में अपना नाम दर्ज कराएं, ताकि चिकित्सक प्रमाणित कर सकें कि घायल व्यक्ति की मदद किसने की है. उस मददकर्ता को गुड सेमेरिटन के तहत 5000 रूपये और प्रशस्ति पत्र दिया जा सके.

पुलिस प्रशासन ने चलाया सड़क सुरक्षा अभियान, लोगों को किया जागरूक

गुमला: गुमला पुलिस प्रशासन के द्वारा सड़क सुरक्षा के द्रष्टिकोण से जागरूकता अभियान चलाया गया. एस.एस .हाई स्कूल गुमला के विद्यार्थियों की उपस्थिति में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का संचालन हुआ. जिसमें मुख्यतः बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने वाले लोगों को सड़क सुरक्षा सम्बंधित मामले में जागरूक करने की बात पर जोर दिया गया. कार्यक्रम की अधय्क्षता एसपी डॉ एहतेशाम वकारिब के द्वारा की गई. 

जिले के पुलिस अधिकारियों ने लिया हिस्सा 

जानकारी के अनुसार अभियान में गुमला जिले के पुलिस अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सड़क सुरक्षा और सेफ्टी पर विशेष ध्यान देना चाहिए. ताकि सड़क हादसे कम हो सके मुख्य रूप से बिना हेलमेट पहनकर बाइक नहीं चलाने की अपील पुलिस विभाग द्वार की गई. कार्यक्रम में एसपी डॉ एहतेशाम वकारिब, एसडीपीओ मनीष चन्द्र लाल, गुमला सार्जेंट पुलिस लाइन, थाना प्रभारी मनोज कुमार ने सड़क सुरक्षा के बारे में गुमला थाने में एस.एस. हाई स्कूल के विद्यार्थियों को जागरूक किया. 

गुड सेमेरिटन के बारे में करवाया अवगत 

पुलिस अधीक्षक गुमला द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों को गुड सेमेरिटन के बारे में अवगत कराया गया. इसके अंतर्गत बताया गया कि सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की सहायता करना मुख्य उद्देश्य होता है. घायल की सहायता करने वाले व्यक्ति को प्रोत्साहित करने हेतु 5,000 रूपये नगद के साथ प्रसंशा पत्र प्रदान करने की योजना लागू है. 

गुड सेमेरिटन के तहत दी जाएगी इनाम राशि 

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले अस्पताल में अपना नाम दर्ज कराएं, ताकि चिकित्सक प्रमाणित कर सकें कि घायल व्यक्ति की मदद किसने की है. उस मददकर्ता को गुड सेमेरिटन के तहत 5000 रूपये और प्रशस्ति पत्र दिया जा सके. साथ ही सड़क हादसों में मृत्यु दर को कम करने के उदेश्य से लोगों को इस संशोधित अधिनियम की ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्रदान की जा सके, ताकि लोग एक दूसरे को इसके प्रति जागरूक कर सके. 

यातायात उपकरणों के इस्तेमाल की दी जानकारी 

नियमों की अनदेखी करने वालों के बारे में जागरुकता अभियान प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षकों और विद्यार्थियों को बताया गया कि वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षित उपकरणों के इस्तेमाल से कैसे सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है और अन्य व्यक्तियों की जान की रक्षा की जा सकती है. सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करना कितना खतरनाक हो सकता है इसके बारे में भी जानकारी दी गई. 

परिवार और लोगों को जागरूक करने की अपील 

पुलिस अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग ना करें और सीट बेल्ट का प्रयोग करने हेतु परिवार और लोगों को प्रेरित करें. जागरूकता अभियान के क्रम में यातायात नियम का कड़ाई से पालन करने के लिए हेलमेट न पहने सभी लोगों को यातायात शपथ ग्रहण करवाया गया. उन्होंने बताया आपकी थोड़ी सी चूक सड़क दुर्घटना का कारण बन सकती है. सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने और करवाने पर जोर दिया गया. साथ ही उन्हें भविष्य में सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.

यह भी पढ़ें : रिम्स अस्पताल की स्थिति दयनीय, सामने आई प्रशासन की बड़ी लापरवाही

 

Trending news