Jharkhand Monsoon: राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग तेज, 58 प्रतिशत कम हुई है बारिश
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1281083

Jharkhand Monsoon: राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग तेज, 58 प्रतिशत कम हुई है बारिश

Jharkhand Monsoon: झारखंड में बारिश की कमी के चलते किसानों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि राज्य में अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार अगस्त महीने में राज्य में अच्छी बारिश होगी.

Jharkhand Monsoon: राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग तेज, 58 प्रतिशत कम हुई है बारिश

रांची:Jharkhand Monsoon: झारखंड में बारिश की कमी के चलते किसानों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि राज्य में अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार अगस्त महीने में राज्य में अच्छी बारिश होगी. लेकिन पूरे राज्य में एक समान बारिश होने का अनुमान नहीं है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों मे कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा राज्य में कहीं-कहीं वज्रपात होने की संभावना है. 

20 से 25% ही धान की खेती
झारखंड के 24 जिलों में कम बारिश होने की वजह से अभी तक 20 से 25% ही धान की खेती हुई है. ऐसे में किसानों की परेशानियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दूसरी तरफ सरकार भी लगातार किसानों की परेशानियों पर अपनी नजर बनाए हुए है. किसानों का कहना है कि धान के बीज तो बो दिए लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से अभी तक रोपनी नहीं हो पाई है. वहीं विपक्ष भी राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर सरकार पर हमलावर है.

ये भी पढ़ें- Jharkhand News: पाकुड़ में लकड़ी तस्करों पर चला वन विभाग का 'डंडा', छापेमारी में 20 बोटा बरामद

राज्य में 58 प्रतिशत कम बारिश
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि झारखंड के 24 जिले के जो आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में 58 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जिसकी वजह से किसान धान की खेती नहीं कर पा रहे हैं. मानसून का समय और 10 दिन का है. इन दस दिनों के बाद सरकार ये आंकड़ा निकालेगी की कितना खेती हुआ कितना नहीं हुआ है. सरकार द्वारा आकलन करने के बाद लोगों तक मदद पहुंचाई जाएगी. किसान परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मुद्दे पर काफी गंभीर हैं. भारत सरकार के सचिव को लगातार जानकारी दी जा रही है. किसानों की परेशानी और मौसम की बेरुखी को देखते हुए आगे कदम उठाया जाएगा. भारत सरकार के मापदंड के अनुसार किसानों को फायदा पहुंचाया जाएगा. सरकार स्थिति पर लगातार नजर रखी हुई है.आने वाले दिनों में बड़ा फैसला लिया जा सकता है. 

Trending news