Bihar News: राज्यसभा में 'ठाकुर का कुआं' पढ़कर विवादों में आए राजद के सांसद मनोज झा की परेशानी लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं. उनको राजपूत नेताओं के निशाने पर लगातार रखा जा रहा है.
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सीतामढ़ी: Bihar News: राज्यसभा में 'ठाकुर का कुआं' पढ़कर विवादों में आए राजद के सांसद मनोज झा की परेशानी लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं. उनको राजपूत नेताओं के निशाने पर लगातार रखा जा रहा है. जबकि मनोज झा के समर्थन में लालू प्रसाद यादव से लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तक उतर आए हैं.
इस सब के बीच सीतामढ़ी में राज्यसभा सांसद मनोज झा द्वारा ठाकुरों पर पढ़ी गई कविता के विरोध में राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने उनका पुतला दहन किया. शहर में दर्जनों की संख्या में करणी सेना के सदस्य सांसद मनोज झा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे और फिर उनका पुतला फूंका. इतना ही नहीं करणी सेना के सदस्य नवीन सिंह ने यहां यह ऐलान किया कि जो भी व्यक्ति राज्यसभा सांसद मनोज झा को चप्पल से मारेगा उसे 5 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा.
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वहीं इससे ठीक पहले तेजस्वी यादव ने इस पूरे मामले पर मनोज झा की पीठ ठोंकी और कहा कि जिसे भी इसपर आपत्ति थी उन्हें पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए थी. ना कि इसको लेकर ट्वीट करना चाहिए था. उनका इशारा सीधे तौर पर आनंद मोहन के बेटे और राजद के विधायक चेतन आनंद पर था. तेजस्वी ने आगे कहा कि हमने इस मामले को संज्ञान में लिया है और इस पर आगे बात करेंगे.
तेजस्वी ने आनंद मोहन की बात को टालते हुए कहा कि नकारात्मक बातों पर टिप्पणी नहीं करेंगे और साथ ही कहा कि उनके बेटे ने मामला उठाया है तो इस पर पार्टी फोरम में चर्चा होगी. तेजस्वी ने मनोज झा का बचाव करते हुए कहा कि सभी लोग जानते हैं कि मनोज झा को बेस्ट सांसद चुना गया है. महिला आरक्षण के मामले पर वह संसद में बोलते हुए यह बात रखी थी.
हालांकि संसद में अपनी कविता का संदर्भ बताते हुए मनोज झा ने कहा कि महिला आरक्षण बिल में पिछड़ों को शामिल करने को लेकर यह कविता पढ़ी गई थी. उन्होंने इसके साथ ही बताया कि पिछले 72 घंटों से उनको बेतुकी बातें कहने के लिए फोन आ रहे हैं.
मनोज झा के इस कविता के खिलाफ बिहार में जगह-जगह करणी सेना के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. भागलपुर में भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका.