Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सियासी पारा अभी से चढ़ा, बयानबाजी शुरू
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Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सियासी पारा अभी से चढ़ा, बयानबाजी शुरू

Jhrakhand Politics: 23 जून को झारखंड बीजेपी की होने वाली बैठक पर बयानबाजी शुरू हो चुकी है. कांग्रेस और जेएमएम ने कहा कि बीजेपी कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन वह सत्ता के करीब नहीं आ पाएगी. 

झारखंड का सियासी पारा चढ़ा

Jhrakhand Assembly Election 2024: झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हो रही बयानबाजी से सियासी पारा अभी से सातवें आसमान पर पहुंच गया है. इसी बीच 23 जून को झारखंड बीजेपी की बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें प्रदेश प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा के साथ तमाम पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति सेट की जाएगी. इस बैठक को लेकर झारखंड बीजेपी के नेता उत्साहित है. तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष हमलावर है. 

कांग्रेस प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन वह सत्ता के करीब नहीं आ पाएगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी जिस प्रकार से झारखंड के आदिवासी पिछड़ों के साथ छलावा कर रही है, तो स्वाभाविक तौर पर वह सत्ता के करीब नहीं पहुंच पाएगी. उन्होंने कहा कि जनता बीजेपी के कुशासन से त्रस्त थी और आज भी त्रस्त है. इनकी जैसे ही केंद्र में सरकार बनी, 24 लाख छात्रों का भविष्य अंधेरे में पड़ गया, इसलिए बीजेपी को भारत की और झारखंड की जनता पूरी तरह से नकार चुकी है.

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वहीं जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने बीजेपी के प्रदेश प्रभारी शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि वो झारखंड की धरती पर क्या रणनीति बनाएंगे? वे मध्य प्रदेश के नेता हैं. जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि उनकी (शिवराज सिंह चौहान) ख्याति पूरे देश में फैली थी कि कितने लोगों ने आत्महत्या किया था, आज तक वह बातें सामने नहीं आईं. उसमें उनका नाम आया था. इस बार बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री के योग्य भी नहीं समझा औऱ बेदखल कर दिया. अब वह केंद्र में मंत्री बने हैं. मनोज पांडे ने पूछा कि झारखंड में वो क्या करेंगे? जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड में शिवराज को कोई नहीं जानता चाहे गांव हो या शहर. उनका मुकाबला यहां एक आंदोलनकारी झारखंड का बेटा हेमंत सोरेन से है. तो हमें नहीं लगता झारखंड में इन नेताओं की आने से कोई फर्क पड़ेगा.

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इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी पूरी तरह से सदमे में हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव में ये सिर्फ 29 विधानसभा सीटों पर बढ़त बना पाए. इससे पहले इनके पास 48 से 50 सीटें थीं. बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शहदेव ने कहा कि हमारे प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति के बाद से इनका बचा हुआ हौसला भी टूट गया है. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के मार्गदर्शन में और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी इस बार सत्ता पर काबिज होगी. कल रांची में होने वाली बैठक के बाद पार्टी विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेगी. 

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