वर्ष 2024 समाप्त हो चला है. इन बीते 12 महीनों में चतरा की सड़कों पर यमराज ने मौत बनकर तांडव किया है. स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग की आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो जनवरी से लेकर दिसम्बर महीने तक में कुल 110 मौतें सड़क दुर्घटना में हो चुकी है.
इन 110 में से 80 प्रतिशत लोगों की जान कोयला लदे हाईवा के चपेट में आने की वजह से हुई है. अगर हर महीने की बात करें और मौतों के आंकड़े पर गौर करें तो जनवरी में 6, फरवरी में 12 मार्च में 12,अप्रैल में 15 और मई में 9,जून में 13,जुलाई 9, अगस्त में 6,सितंबर 7, अक्टूबर में 6, नवम्बर में 9 और दिसम्बर में अब तक 6 मौतें हो चुकी है.
चतरा की सड़कों पर हो रही लगातार इन सड़क दुर्घटनाओं और हो रही मौतों के लिए मुख्य वजह सड़क सुरक्षा के नियमों का सख्ती से नहीं पालन किया जाना बताया जाता है.
स्थानीय लोगों की मानें तो परिवहन विभाग मौतों को रोकने में कम और मौत होने के बाद मामले को रफा दफा करने में अधिक ध्यान देती है.
परिवहन विभाग की तरफ से सड़क सुरक्षा के नाम पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय चालान काटकर अधिक राशि उगाही में व्यस्त दिखती है. यही कारण है कि नाबालिग बच्चे न सिर्फ मोटरसाइकिल चला रहे हैं और बिना लाइसेंस के लोग हाईवा चला कर खुद के साथ-साथ दूसरों को भी मौत के मुंह में धकेल रहे हैं.
रिपोर्ट: धर्मेंद्र पाठक
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