Hemant Soren Floor Test: हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही यह साफ हो गया है कि इंडिया ब्लॉक झारखंड में अगला चुनाव उनके ही नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रहा है. संख्याबल को देखते हुए माना जा रहा है कि वह विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव जीत लेंगे.
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रांची: झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करेगी. सुबह 11 बजे सीएम सोरेन के विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करने के बाद बहस होगी और उसके बाद वोटिंग कराई जाएगी. यह चौथी दफा होगा, जब सीएम हेमंत सोरेन विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करेंगे. पिछले 3 बार वह विश्वास मत का प्रस्ताव जीत चुके हैं.
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हेमंत सोरेन बतौर सीएम झारखंड विधानसभा में चौथी बार विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेंगे. सबसे पहली बार 2013 में सीएम बनने के बाद वह फ्लोर टेस्ट में सफल हुए थे. दूसरी बार 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत के बाद सीएम बने थे और विधानसभा में विश्वास मत जीता था. तीसरी बार 5 सितंबर, 2022 को उन्होंने राज्यपाल द्वारा सरकार को बर्खास्त किए जाने की आशंका को देखते हुए एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर विश्वास मत साबित किया था.
81 सदस्यीय विधानसभा में विधायकों का मौजूदा स्ट्रेंथ 76 है और बहुमत के लिए 39 मतों की जरूरत होगी. हेमंत सोरेन ने 3 जुलाई को सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पास दावा पेश करते वक्त 44 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र सौंपा था. माना जा रहा है कि सरकार विश्वास मत परीक्षण में सफल रहेगी. झामुमो की अगुवाई वाली इस गठबंधन सरकार में कांग्रेस और राजद साझीदार हैं. सीपीआई एमएल के एक विधायक का भी सरकार को समर्थन प्राप्त है. दूसरी तरफ एनडीए के पास केवल 27 विधायक हैं.
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ईडी ने हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में इसी साल 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी. 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और उसके छठे दिन ही चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद अगले दिन 4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने सीएम पद की शपथ ले ली थी.
INPUTS: IANS