Surya Mandir Modhera: सूर्य मंदिर मोढेरा की क्या है खासियत, जहां पीएम मोदी करने जा रहे हैं रोड शो
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Surya Mandir Modhera: सूर्य मंदिर मोढेरा की क्या है खासियत, जहां पीएम मोदी करने जा रहे हैं रोड शो

Surya Mandir Modhera: गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित है गांव मोढेरा. मोढेरा में स्थित सूर्य मंदिर का निर्माण 1026 ई. में सूर्यवंशी सोलंकी राजा भीमदेव प्रथम द्वारा करवाया गया था.

Surya Mandir Modhera: सूर्य मंदिर मोढेरा की क्या है खासियत, जहां पीएम मोदी करने जा रहे हैं रोड शो

पटनाः Surya Mandir Modhera: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गुजरात के मेहसाणा स्थित मोढेरा सूर्यममंदिर पहुंचेंगे. यहां शाम पांच बजे के करीब सूर्यमंदिर से मोढेश्वरी माता मंदिर तक रोड शो करेंगे और साथ ही  मोढेरा में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. सूर्य मंदिर में  दर्शन और 3D लाइट & साउंड शो भी रखा गया है, जिसका आयोजन शाम को ही होना है. इसके अलावा पीएम मोदी मोढेश्वरी माता के मंदिर में दर्शन और पूजन भी करेंगे. पीएम मोदी के लिए यह मंदिर काफी खास है. साल 2020 में बारिश के दौरान उन्होंने सूर्य मंदिर की एक मनमोहक वीडियो भी ट्वीट की थी. पीएम मोदी ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था कि बारिश के दिनों में ये सूर्य मंदिर बहुत शानदार और आइकोनिक नजर आता है. इस सूर्य मंदिर की क्या है विशेषता, डालते हैं एक नजर.

1026 ई. में हुआ सूर्य मंदिर का निर्माण
गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित है गांव मोढेरा. मोढेरा में स्थित सूर्य मंदिर का निर्माण 1026 ई. में सूर्यवंशी सोलंकी राजा भीमदेव प्रथम द्वारा करवाया गया था. यह मंदिर ग्याहरवीं शताब्दी का है. इस मंदिर का निर्माण इस तरह से किया गया है कि सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के समय तक इसपर सूर्य की किरणें पड़ती हैं. यह एक पहाड़ी पर स्थित है. इस मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर बहुत सुंदर नक्काशी की गई है. इसकी दीवारों पर नक्काशी से पौराणिक कथाओं का चित्रण किया गया है. यह मंदिर तीन हिस्सों में विभाजित है. इस मंदिर में सूर्य कुंड, सभा मंडप और गूढ़ मंडप बना है,  कुंड में जाने के लिए सीढ़ियों का निर्माण किया गया है.

श्री राम को मिली थी ब्रह्न हत्या से मुक्ति
पुष्पावती नदी के किनारे स्थित होने से इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है. मंदिर की खासियत है कि इसे बनाने में चूने का इस्तेमाल नहीं किया गया है. जो कि बाद की सदी में बने कई भवनों में स्पष्ट तौर पर दिखता है. जनश्रुतियों के आधार पर कहा जाता है, रावण वध के बाद श्रीराम ब्रह्म हत्या के पाप और बोझ से उऋण होना चाहते थे. उन्होंने अपने कुलगुरु ऋषि वशिष्ठ से इसका उपाय पूछा और कोई ऐसा स्थान बताने के लिए कहा, जहां जाकर आत्मिक शांति मिल सके. कहते हैं कि श्री राम गुरु के बताए अनुसार मोढेरा ही आए थे. यहां मंदिर परिसर के आगे जो कुंड बना है वह रामकुंड इसीलिए कहा जाता है. 

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