Importance Of Water:सनातन और ज्योतिष में जल का क्या है महत्व, जानिए कथाएं
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Importance Of Water:सनातन और ज्योतिष में जल का क्या है महत्व, जानिए कथाएं

Importance Of Water: महाभारत के समय में श्रीकृष्ण जब कौरवों की सभा में शांतिदूत बनकर जाते हैं तो वह भी वहां जल का महत्व बताते हैं. वह महाराज धृतराष्ट्र से युद्ध को रोकने के लिए विनती करते हैं. 

(फाइल फोटो)

पटनाः Importance Of Water: सनातन परंपरा में जल का बहुत महत्व है. इसे देव की संज्ञा दी गई है और जल के देवता को वरुण देव कहा गया है. इसके अलावा सामान्य तौर पर भी कहा जाता है कि जल ही जीवन है. इसके बावजूद जल को बचाने की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. लोग जल की बर्बादी करते हुए देखे जाते हैं. जिस घर में पानी बहता रहता है, और बरबाद होता है, लक्ष्मी वहां से अपना स्थान छोड़ देती हैं. जल का क्या है महत्व और इसकी बर्बादी से क्या पड़ता है प्रभाव जानिए कथा.

राजा भगीरथ ने गंगा को पूज्यनीय बनाया
रामायण और महाभारत काल में भी कई ऐसे प्रसंग मिलते हैं जिनमें जल का महत्व तो बताया गया है साथ ही जल की बर्बादी रोकने के लिए भी हिदायत दी गई है. राजा भगीरथ स्वर्ग से गंगा को उतार कर लाते हैं तो यह कथा बताती है कि भारत भूमि पर पीने योग्य जल कितनी मुश्किल से आया. तब भगीरथ ब्रह्न देव और महादेव शिव को वचन देते हैं कि वह गंगा की शुद्धता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे साथ ही इसके जल का अनुचित दोहन नहीं होने देंगे. उन्होंने ही गंगा को देवी की प्रतिष्ठा देकर उन्हें पूजनीय बनाया. 

महाभारत से भी जुड़ी है कथा
महाभारत के समय में श्रीकृष्ण जब कौरवों की सभा में शांतिदूत बनकर जाते हैं तो वह भी वहां जल का महत्व बताते हैं. वह महाराज धृतराष्ट्र से युद्ध को रोकने के लिए विनती करते हैं. उन्होंने कहा कि इस युद्ध से अनगिनत लोगों का रक्त बहेगा. इसके बाद कृष्ण यह भी कहते हैं कि व्यर्थ में जल की एक बूंद बहाना भी जल का अपमान है और यहां तो रक्त का पूरा एक सागर बहाने की योजना बन रही है. इस तरह के तर्कों को देते हुए श्रीकृष्ण जहां एक तरफ युद्ध को रोक देने की कोशिश करते हैं वहीं दूसरी ओर वह पानी के महत्व को भी सामने रखते हैं. 

ज्योतिष में जल का महत्व
ज्योतिष कहता है कि जब अचानक ही आपके खर्चे बढ़ने लगे और पैसों की किल्लत होने लगे, साथ ही हर काम में असफलता मिलने लगे तो समझिए आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो चुका है. वास्तु और ज्योतिष में पानी की बर्बादी को गरीबी का कारण बताया गया है. यह भी कहा गया है कि जिस घर में पानी का गलत उपयोग होता है, वहां माता लक्ष्मी निवास नहीं करती हैं. 

नल टपकने से आती है नकारात्मकता
वास्तु शास्त्र के अनुसार जिन घरों में लगे नलों से अक्सर पानी टपकता रहता हो और सीलन रहती है वहां पर हमेशा धन का अभाव रहता है. शास्त्रों के अनुसार नल से लगातार पानी के टपकने की आवाज से घर पर नकारात्मक असर पड़ता है. धन की बर्बादी को रोकने के लिए समय से नलों को तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए.

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