Upendra Kushwaha: जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को कटिहार पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. पार्टी को पटरी पर लाने की कोशिश है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 'मेरी बातों का लोग अपने हिसाब से अर्थ निकालते हैं.
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पटनाः Upendra Kushwaha: बीते कई दिनों से जदयू और सीएम नीतीश कुमार पर तल्ख टिप्पणी कर रहे उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को कुछ नरम दिखे. एक महीने से उनके मिजाज को देखते हुए यही कहा जा रहा था कि वह जदयू से नाराज चल रहे हैं और सीएम नीतीश कुमार से मतभेदों के चलते उनके पार्टी छोड़कर जाने की चर्चा भी चल रही थी. अचानक गुरुवार को उन्होंने कहा कि 'पार्टी में नाराजगी नहीं है.' उनके इस नए बयान को लेकर भी सियासत में चर्चा तेज होने लगी है.
पार्टी को बचाना मेरी ड्यूटीः कुशवाहा
जानकारी के मुताबिक, जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को कटिहार पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. पार्टी को पटरी पर लाने की कोशिश है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 'मेरी बातों का लोग अपने हिसाब से अर्थ निकालते हैं. जो लगे उनकी मर्जी, अपने हिसाब से लोग अर्थ निकालते रहे. इस पार्टी को बचाना मेरी ड्यूटी है. अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहा हूं. इसके लिए जो हो सकता है कर रहा हूं.'
कुशवाहा बोले- अपना कर्तव्य पालन कर रहा
जेडीयू को लेकर बैठक पर कुशवाहा ने कहा कि 'पार्टी कैसे बचेगी? आज बिहार भर के सभी कार्यकर्ता इस बात को लेकर चिंतित हैं. उन्हीं लोगों को एक साथ हमने कहा है कि आइए बैठिए. पार्टी बचाने के ख्याल से सभी साथ बैठकर विमर्श कीजिए. इसको लेकर विमर्श बैठक है. बीते कई दिनों से उपेंद्र कुशवाहा लगातार जदयू और सीएम नीतीश पर टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कई बार कहा है कि राजद के साथ क्या डील हुई है वह सबको बताएं, इसके बाद से सीएम नीतीश, ललन सिंह के भी निशाने पर उपेंद्र कुशवाहा हैं. अब कटिहार में उनका अचानक से यह कहना कि पार्टी से नाराजगी नहीं है, इसके क्या मायने हैं, ये तो वक्त ही बताएगा.