Bihar NEET Topper: मधेपुरा के सिंहेश्वर का रहने वाला सक्षम ने पहले प्रयास में ही यह कीर्तिमान स्थापित कर डाला. इसी साल 12वीं में भी सक्षम ने परचम लहराया है. नीट जैसी कठिन परीक्षा में एक सवाल भी गलत नहीं बनाने वाले सक्षम के परिजन समेत दोस्त, और शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई.
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मधेपुरा: मधेपुरा के सिंहेश्वर का रहने वाला सक्षम अग्रवाल ने नीट परीक्षा पास कर ऑल इंडिया टॉपर बन गए है. इन्होंने सिर्फ मधेपुरा ही नहीं पूरे देश में इतिहास रचा है. दरअसल, उत्तर बिहार के प्रसिद्ध देवों के देव महादेव की नगरी कहे जाने वाले मधेपुरा के सिंहेश्वर के लाल सक्षम अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नीट परीक्षा में 720 में पूरे 720 अंक लाकर ऑल इंडिया टॉपर श्रेणी में पहली रैंक हासिल की.
बता दें कि मधेपुरा के सिंहेश्वर का रहने वाला सक्षम ने पहले प्रयास में ही यह कीर्तिमान स्थापित कर डाला. इसी साल 12वीं में भी सक्षम ने परचम लहराया है. नीट जैसी कठिन परीक्षा में एक सवाल भी गलत नहीं बनाने वाले सक्षम के परिजन समेत दोस्त, और शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई. आपको बता दें कि सिंहेश्वर बाजार निवासी डॉ. चेतन अग्रवाल और माया अग्रवाल के पुत्र सक्षम ने यह उपलब्धि हासिल करके न सिर्फ सिंहेश्वर का बल्कि मधेपुरा सहित पूरे बिहार और देश का नाम रोशन किया है. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद ऑल इंडिया टॉपर मे इसका नाम देखकर सक्षम के माता-पिता अपने पुत्र की उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे हैं. सक्षम के पिता चेतन अग्रवाल अभी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में चिकित्सक के पद पर कार्यरत हैं. वहीं इससे पूर्व सक्षम के पिता चेतन अग्रवाल सिंहेश्वर पीएचसी में भी बतौर चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं.
अपने बेटे के इस सफलता पर डॉक्टर चेतन अग्रवाल ने बताया कि सक्षम ने सिलिगुड़ी डीपीएस से इसी बार 12वीं की परीक्षा देने के साथ-साथ पहली बार नीट की परीक्षा में शामिल हुआ था. सक्षम की प्रारंभिक शिक्षा फरीदाबाद और बरेली में हुआ है. जबकि 10वीं और 12वीं सिलीगुड़ी डीपीएस से हुई है. वहीं सक्षम ने बताया कि लगातार सेल्फ स्टडी काफी आवश्यक है. सक्षम के परिजन मूल रूप से व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े रहे हैं. व्यापार के क्षेत्र में सक्षम के परदादा स्वर्गीय ओंकारनाथ अग्रवाल का नाम प्रसिद्ध रहा है. सक्षम के दादा ने अपने बच्चों को व्यवसाय क्षेत्र से निकालकर डॉक्टर, इंजीनियर बनाने का ठाना था. बड़े पुत्र चेतन अग्रवाल डॉक्टर भी बने. इसके बाद पोता सक्षम ने ऑल इंडिया टॉपर की श्रेणी में शामिल होकर अपने परिजन समेत अपने दादा के सपनों को पूरी तरह साकार कर दिया. सक्षम ने अपनी सफलता का श्रेय पिता चेतन अग्रवाल, मां, माया अग्रवाल और छोटी बहन आद्या अग्रवाल को दे रहे हैं.
सक्षम ने बताया कि मां और पापा ने तैयारी के दौरान पूरा सपोर्ट किया. परीक्षा की तैयारी के दौरान के दो साल में ये लोग किसी भी शादी विवाह में नहीं गए, आस पास के शादी और अन्य समारोह में गए लेकिन महज कुछ घंटों के लिए जबकि सक्षम इस दो साल के भीतर सिलीगुड़ी में भी किसी जान पहचान और परिचित के यहां किसी भी फंक्शन में नहीं गया. इतना ही नहीं अपने घर में ही रहकर पढ़ाई करता रहा. आज सक्षम के इस रिजल्ट पर हर कोई खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
इनपुट - शंकर कुमार
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