Bihar Hidden Actor: देश के अलग-अलग हिस्सों में बहुत सी कला छिपी हुई है, जो समय के साथ सामने आती है. बिहार के हाजीपुर के चौधरी बाजार में रहने वाले रंगकर्मी और निर्देशक बिट्ठल नाथ सूर्य ने भी अपनी एक्टिंग के जरिए काफी पहचान बनाई है.
हाजीपुर के चौधरी बाजार के रहने वाले रंगकर्मी और निर्देशक बिट्ठल नाथ सूर्य आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. वह ग्रामीण क्षेत्र की विलुप्त होती संस्कृति को बचाने का काम कर रहे हैं.
बिहार और झारखंड में कई नुक्कड़ नाटकों में और निर्देशन कर उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है. 35 साल के करियर में, उन्होंने पटना के गांधी मैदान में टीवी कलाकार रतन राजपूत के साथ अभिनय किया, जिसे दर्शकों ने काफी सराहा.
12 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने चाचा उपेंद्र कुमार के साथ रहकर नाटक में अभिनय की शुरुआत की, जो खुद ग्रामीण नाटकों का निर्देशन करते थे. बाल कलाकार के रूप में कई नाटकों में अभिनय कर बिट्ठल नाथ के भीतर कलाकार बनने की इच्छा जागी.
बिट्ठल नाथ सूर्य ने 1989 से उद्घोषक के रूप में काम करना शुरू किया और 1991 में राजेश्वर राय के निर्देशन में नाटकों में सहायक निर्देशक का काम किया. इसके बाद, उन्होंने 66 नाटकों में अभिनय किया और 35 से अधिक लघु नाटकों का निर्देशन किया.
उनकी इस यात्रा में उन्हें बहुत सराहना मिली और वह कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे. आम्रपाली कला जत्था के तहत उन्होंने गीत, संगीत और नाटकों का संचालन और निर्देशन किया. सरकार के जागरूकता अभियानों में भी उनकी एक अलग पहचान बनी.
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