शहर के आइजीआइएमएस में बुखार के करीब 675 और जनरल मेडिसिन के 892 मरीज इलाज के लिए पहुंचे. साथ ही आम दिनों में वायरल फीवर के मरीज करीब 800 से ज्यादा नहीं आते हैं, लेकिन वर्तमान में आइजीआइएमएस अस्पताल में यह आंकड़ा बढ़कर 1550 से ज्यादा पहुंच रहा है.
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पटना : पटना में बदलते मौसम के साथ बीमारियां भी बढ़नी शुरू हो गई है. पटना में हर दूसरी-तीसरे घरे में लोगों को बुखार हो रहा है. वायरल इतना स्ट्रांग है कि दवाइयां खाने से भी ठीक नहीं हो रहा है. डॉ. दिनेश कुमार के अनुसार पटना में कुछ दिनों से बुखार के वायरल की संख्या बढ़ रही है. लोग बहुत तेजी से बीमार पड़ रहे हैं और लोगों को ठीक होने में करीब 10 से 15 दिन का समय लग रहा है.
शहर के अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
बता दें कि शहर के आइजीआइएमएस में बुखार के करीब 675 और जनरल मेडिसिन के 892 मरीज इलाज के लिए पहुंचे. साथ ही आम दिनों में वायरल फीवर के मरीज करीब 800 से ज्यादा नहीं आते हैं, लेकिन वर्तमान में आइजीआइएमएस अस्पताल में यह आंकड़ा बढ़कर 1550 से ज्यादा पहुंच रहा है. इसके अलावा दूसरी ओर संबंधित अस्पतालों के विशेषज्ञों का कहना है की पीएमसीएच में बीते पांच दिन से हड़ताल की वजह से मरीज का इलाज सही तरीके से नहीं हो पा रहा था. वहीं, वायरल फीवर संक्रमण की तरह बहुत तेजी से फैल रहा है. इसका असर शहर के गार्डिनर रोड अस्पताल में भी देखने को मिल रहा है. अस्पताल की ओपीडी में करीब 926 मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे. बता दें कि बीते दिनों की तुलना में 300 अधिक मरीज पहुंचे थे. अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि अस्पताल के अंदर वायरल और डेंगू की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
मौसम बदलने के साथ लोग पड़ रहे बीमार
बता दें कि शहर के राजवंशी नगर स्थित हड्डी अस्पताल में भी मरीजों की संख्या पिछले कुछ दिनों से बढ़ रही है. अस्पताल में आम दिनों के अंदर करीब पांच सौ के आसपास मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते थे. सोमवार को करीब 724 मरीजों अपना इलाज कराने के लिए आए. अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्रा ने अनुसार आर्थोपेडिक्स के अलावा वायरल बीमारी से जुड़े मरीज भी अधिक आ रहे हैं. मौसम बदलने से सर्दी-खांसी के बढ़ते मरीजों के बीच में वायरल फीवर भी संक्रमण की तरह फैलता जा रहा है. साथ ही कहा कि लोगों ने मास्क का उपयोग बंद कर दिया है और सैनिटाइजर का उपयोग भी नहीं कर रहे हैं. इससे भी संक्रमण फैल रहा है. वहीं गर्दनीबाग अस्पताल में 650 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज कराने आए. अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ मंजूला रानी ने कहा कि पिछले दस दिन से 5 साल या इससे कम उम्र के बच्चें भी इलाज कराने पहुंच रहे हैं. कुल मरीजों में 20 से 25 मरीज वायरल फीवर के पाएं जा रहे हैं.
मरीजों को ठीक होने में 15 दिन का लग रहा समय
बता दें कि जिन लोगों को बुखार, खांसी और सर्दी के लक्षण है उन्हें ठीक होने में करीब 10 से 15 दिन का समय लग रहा है. मरीजों के अंदर पहली बार ये पाया गया है कि बुखार में तो मरीजों को दवाइयों के बाद आराम मिल रहा है, लेकिन सर्दी-खांसी लंबे समय तक चल रही है. यदि घर में एक सदस्य बीमार होता है और वह मास्क का उपयोग करता है तो काफी हद तक दूसरे सदस्यों को बीमारी से बचाया जा सकता है.