Trending Photos
Manish Kashyap: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हिंसा और मारपीट के मामले को लेकर झूठी खबर फैलाने के मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. मनीष कश्यप से पूछताछ के लिए पहले EOU को एक दिन की रिमांड मिली थी लेकिन उससे और आगे की पूछताछ के लिए ईओयू ने समय मांगा तो उसकी रिमांड 4 दिन बढ़ा दी गई. इधर सूत्रों की मानें तो तमिलनाडु की पुलिस भी बिहार में है और मनी। कश्यप से पूछताछ के लिए उसे तमिलनाडु ले जाना चाहती है. इस सब के बीच आपको बता दें कि मनीष कश्यप के खिलाफ सिर्फ बेतिया में 7 मामले दर्ज हैं, वहीं बिहार में मनीष के खिलाफ 14 गंभीर मामले दर्ज हैं. जबकि तमिलनाडु में भी उसके खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं.
इस सब के बीच आपको बता दें कि इनमें से जिन धाराओं में मनीष के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. उनमें से कुछ मामलों को छोड़ दें तो अधिकतम मामलों में जो धाराएं लगी हैं वह नॉन बेलेबल है. वहीं अब मनीष कश्यप की परेशानी और बढ़ती नजर आ रही है. इस सब के बीच एक न्यूज चैनल पर आई खबर की मानें तो अगर मामले में सच्चाई है तो मनीष कश्यप पर हत्या का मामला भी दर्ज हो सकता है.
बता दें कि ईओयू ने मनीष के खिलाफ कुल 3 मामले दर्ज किए हैं. इसमें से तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हिंसा और मारपीट का फर्जी वीडियो का मामला तो हैं ही. बेतिया में गांधी की मूर्ति तोड़े जाने का भी मामला है. बता दें कि उस समय मनीष और उनके दो दोस्त अमित सिंह और रवि ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था और महात्मा गांधी की मौत पर जश्न मनाने की बात इसमें कह रहे थे. इसी को लेकर ईओयू सख्त हुई थी. ऐसे में अब इसी वीडियो के आधार पर एक चौथा मामला भी दर्ज हो सकता है जिससे मनीष की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
बता दें कि जिस वीडियो को लेकर यह मामला दर्ज हुआ था. उसी को लेकर और एक आवेदन ईओयू के पास पहुंचा है जिसमें कहा गया है कि मनीष कश्यप के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो. शिकायतकर्ता ने कहा है कि इस वीडियो में मनीष और उसके दोस्त दो लोगों की हत्या की बात स्वीकार कर रहे हैं. इससे भी बड़ी बात यह निकलकर सामने आ रही है कि इस शिकायत को ईओयू की तरफ से स्वीकार कर लिया गया है. ऐसे में अगर इसको लेकर भी मनीष के खिलाफ मामला दर्ज हो गया तो फिर उसके खिलाफ हत्या और आतंकवादी गतिविधि को लेकर भी मामला बन सकता है. जो मनीष की परेशानी बढ़ा देगा. बता दें कि एक न्यूज चैनल को आवेदन कर्ता ने बताया कि इस मामले में अभी तक मनीष कश्यप और उनके साथियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. ऐसे में वह आर्थिक अपराध शाखा के पास पहुंचते को उन्होंने आवेदन ले लिया है. अब अगर ईओयू इसपर मामला दर्ज कर लेती है तो यह मनीष के लिए दोहरी मुसीबत जैसा होगा.