Free medicine in Bihar: नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, राज्य के सरकारी अस्पतालों में 611 तरह की दवाएं मिलेंगी मुफ्त
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Free medicine in Bihar: नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, राज्य के सरकारी अस्पतालों में 611 तरह की दवाएं मिलेंगी मुफ्त

Free medicine in Bihar hospital: बिहार के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले रोगियों के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. जिसके बाद अब राज्य के सरकारी अस्पतालों में 611 प्रकार की दवाएं मुफ्त में मिलेंगी.

Free medicine in Bihar: नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, राज्य के सरकारी अस्पतालों में 611 तरह की दवाएं मिलेंगी मुफ्त

पटना: Free medicine in Bihar hospital: बिहार के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले रोगियों के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. जिसके बाद अब राज्य के सरकारी अस्पतालों में 611 प्रकार की दवाएं मुफ्त में मिलेंगी. शनिवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इन दवाओं की सूची वाली एक पुस्तक का विमोचन किया. बता दें कि पहले राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को राज्य सरकार की ओर से 387 प्रकार की दवाएं मुफ्त में मिला करती थीं.

नीतीश सरकार का बड़ा फैसला

स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी मेडिकल कालेज अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल के साथ साथ सभी प्रकार के स्वास्थ्य केंद्रों के लिए निर्धारित आवश्यक दवाओं की सूची में अब संशोधन करके इसे 387 से 611 कर दिया है. सूची में जोड़ी गई नई आवश्यक दवाओं का उपयोग कैंसर, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, स्ट्रोक, गुर्दे के मुद्दों और मातृ स्वास्थ्य के उपचार में किया जाएगा. स्टेट हेल्थ सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक संजय कुमार सिंह मे इस मौके पर कहा कि सॉफ्टवेयर में इन दवाओं के नाम जोड़े गए हैं, जहां से सरकरारी अस्पताल दवाओं की मांग करते हैं.

सरकारी अस्पतालों में 611 तरह की दवाएं मिलेंगी मुफ्त

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉपरेशन लिमिटेड नई दवाओं के लिए एक निविदा जारा करेगा. सिंह ने कहा कि नई दवाओं को अगले तीन महीने में राज्य के सभी अस्पतालों में उपलब्ध करा दिया जाएगा. बता दें कि दवाओं की सूची में नई जीवन रक्षक दवाओं को शामिल करने के लिए राज्य सरकार ने बकायदा एक टेक्निकल कोर कमेटी बनाई हुई है. टेक्निकल कोर कमेटी की अनुशंसा पर समय-समय पर दवाओं की सूची में दवाओं को शामिल और हटाया जाता है.

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