Elephant Rescue: बोकारो के गोमिया के गोपो गांव में एक हाथी कुएं में गिर गया, जिसके बाद फॉरेस्ट और वेटरिनरी विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हाथी को बाहर निकाला. हालांकि, हाथी की मौत हो चुकी थी. पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा. प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि हाथी की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने से हुई.
बोकारो के गोमिया के गोपो गांव में एक हाथी के कुएं में गिरने की घटना सामने आई है. हादसे के लगभग 11 घंटे बाद, बोकारो के प्रशिक्षु डीएफओ संदीप शिंदे के नेतृत्व में फॉरेस्ट विभाग और वेटरिनरी डॉक्टरों की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हाथी को कुएं से बाहर निकाला.
घटना के अनुसार, हाथी बीती रात कुएं में गिर गया था, जिससे उसकी मौत हो गई. हाथी के कुएं में गिरने से मृत अवस्था में पाए जाने के बाद, जिला प्रशासन ने तुरन्त रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रेस्क्यू के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया, और विभागीय कर्मियों की कड़ी मेहनत के बाद घंटों की मशक्कत के बाद हाथी को कुएं से बाहर निकाला गया.
रेस्क्यू ऑपरेशन में फॉरेस्ट विभाग के अधिकारियों के अलावा, वेटरिनरी विभाग के डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही. मृत हाथी का पोस्टमार्टम करने के लिए तीन सदस्यीय पशुचिकित्सकों की टीम गठित की गई. मेडिकल टीम के नेतृत्वकर्ता डॉ. अजय कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हाथी की मौत के कारणों का पता चलेगा.
डॉ. अजय कुमार के अनुसार, पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि हाथी की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने से हुई हो सकती है. क्योंकि कुआं अंदर से संकीर्ण था, और हाथी का मुंह अंदर की ओर फंस गया था. कुएं में पानी भरा हुआ था, और ऊपरी हिस्सा सूखा था.
प्रशिक्षु डीएफओ संदीप शिंदे ने इस घटना को एक दुर्घटना बताते हुए कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है और इसके बाद कमिटी की देखरेख में हाथी का शव दफनाया जाएगा.
संदीप शिंदे ने यह भी बताया कि जिस किसान के कुएं में हाथी गिरा था, उसे हुए नुकसान का मुआवजा जल्द ही दिया जाएगा. मुआवजे की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने की योजना बनाई जा रही है.
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्सुकता रही और घटना स्थल पर भी बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. हाथी के रेस्क्यू को लेकर ग्रामीणों की ओर से अधिकारियों की मेहनत की सराहना की गई.
यह एक दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन था, जिसमें विभागीय टीम ने अपनी पूरी ताकत और मेहनत लगाई. अब इस मामले की गहन जांच चल रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़