CM Nitish Kumar on IPS Vikas Vaibhav Tweet: जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया में समाधान यात्रा के दौरान पहुंचे हुए थे. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 'ऑफिसर का काम ट्वीट करना नहीं है. आप सही जगह पर अपनी समस्या बताइए. अपने सीनियर अधिकारी से बात कीजिए. इस तरह के चीजों को सार्वजनिक घोषणा नहीं करनी चाहिए. यह कानून है.'
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पटनाः CM Nitish Kumar on IPS Vikas Vaibhav Tweet: बिहार में IPS विकास वैभव का मामला तूल पकड़ रहा है. इसकी चर्चा सीएम नीतीश तक पहुंच गई है. उन्होंने इस मामले टिप्पणी करते हुए कानून भी समझाया है. शुक्रवार को सीएम नीतीश पूर्णिया में समाधान यात्रा के तहत पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंन कहा कि 'अधिकारी को अगर परेशानी है तो सही जगह पर समस्या बताइए.' असल में IPS विकास वैभव ने एक ट्वीट के जरिए डीजी शोभा अहोतकर पर असंसदीय भाषा प्रयोग करने के आरोप लगाए थे. इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया और फिर विकास वैभव मुश्किल में पड़ गए. चर्चा है कि क्या उन पर अब कार्रवाई भी हो सकती है.
समाधान यात्रा में कही ये बात
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया में समाधान यात्रा के दौरान पहुंचे हुए थे. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 'ऑफिसर का काम ट्वीट करना नहीं है. आप सही जगह पर अपनी समस्या बताइए. अपने सीनियर अधिकारी से बात कीजिए. इस तरह के चीजों को सार्वजनिक घोषणा नहीं करनी चाहिए. यह कानून है.' 'नीतीश कुमार ने इस मामले में कहा कि अभी इस मामले में कुछ बोलना उचित नहीं है. इन सब मामलों को लेकर अधिकारियों को कहा गया है कि पहले जांच करा लीजिए लेकिन कोई नौकरी करते अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं होता है. यह अच्छी बात नहीं है. किसी चीज को लेकर समस्या है तो सबसे पहले अपने सीनियर अधिकारियों को बतानी चाहिए. निजी तौर पर अधिकारियों को जानकारी देनी चाहिए.'
IPS को जारी हुआ है नोटिस
उधर, IPS के ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद विकास वैभव के खिलाफ नोटिस जारी हो गया है. नोटिस में विकास वैभव द्वारा लगाए गए आरोपों को विभाग ने कानून का उल्लंघन और बेबुनियाद बताया है. नोटिस में कई तथ्यों को देते हुए 24 घंटे के अंदर उनसे जवाब मांगा है.' विकास वैभव को यह नोटिस महानिदेशक महासमादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा पटना की ओर से जारी किया गया है. उनकी ओर से ट्विटर पोस्ट को लेकर सवाल किया गया है और 'वरीय पदाधिकारी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने के प्रयास की बात कही गई है.'